राजस्थान के डीग में साइबर सेल ने पांच ठगों को अरेस्ट किया है। ये ठग लोगों को ऐसी बीमारी के बारे में बताकर ठगते थे। जिसके बारे में पीड़ित व्यक्ति किसी को बता भी नहीं पाता था कि उसके साथ ठगी हुई है। आइए जानते हैं कि ये साइबर ठग कैसे लोगों को अपना शिकार बनाते थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि साइबर ठगों का ये गिरोह लोगों को मर्दाना ताकत, नपुंसकता और गुप्त रोग के इलाज के नाम पर अपने जाल में फंसाता था। ये ठग सोशल मीडिया पर दावा करते थे कि इनके यहां गुप्त रोग का परमानेंट इलाज होता है। वहीं जब कोई इनके पास इंक्वायरी के लिए फोन करता था। तब ये उसे अपने जाल में फंसा लेते थे और कहते कि दवाइयों के जरिए मर्दाना कमजोरी दूर जाएगा। इसके बाद युवक से दवाइयों की डिलीवरी से पहले क्यूआर कोड भेजकर उसके खाते से सारे पैसे ट्रॉसफर कर लेते थे।
पुलिस का कहना है कि यह गिरोह लोगों के पास लड़की से व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल भी कराता था और जैसे ही कॉल रिसीव किया जाता था, तो ये उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लेते थे। इसके बाद आरोपी वीडियो दिखकर ब्लैक करते थे और लोगों से पैसे ट्रांसफर करा लेते थे।
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पुलिस ने गिरोह के पांच आरोपियों को अरेस्ट किया है। इनके पास से कई मोबाइल फोन और सात फर्जी सिम कार्ड बरामद हुए है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
पुलिस पूछताछ के बाद इस गिरोह के अन्य आरोपियों को भी अरेस्ट कर सकती है।