आयुर्वेद में पीपल के पेड़ को औषधियों का खजाना माना गया है। यह पेड़ कई प्रकार के रोगों के उपचार में लाभकारी है।आइए जानते हैं इसके फायदाें के बारे में :-
मुंह :
पीपल की डाली की दातुन करने व कोमल पत्तों को चबाने से मुंह में छाले, दुर्गंध, पायरिया व मसूढ़ों की सूजन में लाभ होता है।
पेट :
दस्त या दस्त में खून आने पर इसके पत्तों के नर्म डंठल को साबुत धनिया व शक्कर के साथ चबाते हुुए धीरे-धीरे रस लेने से आराम मिलता है।
पेशाब :
5-7 हरे पत्तों को 250 मिलिलीटर पानी के साथ पीस लें। इसमें 1 चम्मच पिसी मिश्री मिलाकर सुबह-शाम लेने से पेशाब (यूरिन) में संक्रमण की समस्या दूर होती है।
लिवर :
पीपल व लसोड़े के 5-7 पत्ते एक साथ लेकर 250 मिलिलीटर पानी में पीस लें। इसमें थोड़ा नमक मिलाकर सुबह-शाम 10 दिनों तक लेेने से लिवर संबंधी रोगों में लाभ होता है।
दिमाग :
लगभग 10 पीपल की कोमल पत्तियों को 400 ग्राम दूध के साथ अच्छी तरह से उबाल लें। इसे छानकर इसमें स्वादानुसार पिसी हुई मिश्री मिलाकर सुबह नाश्ते के समय पीने से याददाश्त में कमी व तनाव जैसी समस्याएं दूर होती हैं।