पथरी की होम्योपैथिक दवा Pathri Ki Homeopathic Dawa Ka Naam पेशाब की नली में पथरी की होम्योपैथिक दवा नमस्कार दोस्तो। अगर आपको बार बार किडनी स्टोन की प्रॉब्लम होती है। आप एक बार मेडिसिन लेते हैं ठीक हो जाते फिर दुबारा किडनी स्टोन आ जाता है या एक बार ऑपरेशन कराते हुए ठीक हो जाते हैं।
फिर कुछ दिन बाद या कुछ सालों बाद या दो तीन सालों बाद या 10 सालों बाद अगर आपको दुबारा किडनी स्टोन हो जाता है और ये बार बार हो रहा है। आप बार बार इस समस्या से ग्रसित हो रहे हैं। आपको बार बार किडनी स्टोन हो रहा तो आज मैं आपको बहुत ही इफेक्टिव होम्योपैथिक मेडिसिन बताऊंगा। इसको यूज करने से यह समस्या आपको दुबारा नहीं होगी। तो चलिए शुरू करते।
दोस्तो आजकल भारतीयों में एक जो सबसे प्रमुख समस्या पाई जाने लगी है या जिसे कहें एक बहुत ही आम समस्या जो हो चुकी है वो है किडनी की पथरी बहुत सारे लोग इस बीमारी से पीड़ित रहते हैं। तरह तरह के उपचार के लिए करते रहते हैं।
तरह तरह के लोगों के संपर्क में आते हैं जो उन्हें तरह तरह के नुस्खे बताते रहते हैं, लेकिन उनको पूरी तरह से इस समस्या से कभी निजात नहीं मिलती है तो आज मैं आपको किडनी के पथरी के एक खास दवा के बारे में बताऊंगा, जिसका के होम्योपैथी में बहुत ज्यादा यूज किया जाता है।
भारतीय चिकित्सा शास्त्र यानी के आयुर्वेद मैं हजारों सालों से इस मेडिसिन का उपयोग किया जाता रहा है। ना केवल किडनी की पथरी के लिए यानी के रीनल कैल्शियम के लिए यानी के रीनल स्टोन्स के लिए बल्कि आयुर्वेद में इसका उपयोग अस्थमा के लिए डायबिटीज के लिए कब से के लिए प्रेग्नेंसी के दौरान कई बीमारियों के लिए। इसके साथ ही दांत दर्द के लिए और ऐसे बहुत सारी बीमारियों के लिए इस मेडिसिन का उपयोग विभिन्न प्रकार से किया जाता रहा।
100 ग्रा0 ठीकरी नौसादर। 50 ग्राम कलमी शोरा। 100 ग्राम लाहौरी नमक। 50 ग्राम सफेद फिटकरी। 200 ग्राम मिश्री। 100 ग्राम जोखार ये सब आप को पीस कर मिक्स कर लेना है। और आपकी कितनी ही बड़ी पथरी है निकल जायगी। 3 दिन में आप पथरी से छुटकारा पा लेंगे। और आपको जो इसका मिश्रण बनेगा इसको 6 भाग में बांटना है और आपको सुबह 10 बजे 1 भाग ले लेना लस्सी के साथ और दूसरा भाग शाम को 5:00 PM पर ले लेनी है आपको 3 दिन ऐसा ही करना है और ज़यादा से ज़्यादा छाछ पीनी आपकी समस्या ख़त्म हो जायगी। ज़्यादा जानकारी के लिए आप हमें 7082574511 इस नंबर पर कॉल कर सकते है।
इसे भी जरूर देखें –
Dr.Reckeweg R 27 गुर्दे की पथरी के लक्षणों का इलाज करने के लिए होम्योपैथिक ड्रॉप्स हैं और कई होम्योपैथिक जड़ी-बूटियों जैसे एसिडम नाइट्रिक, बर्बेरिस, आदि का एक मालिकाना मिश्रण है, जिन्हें गुर्दे की पथरी (गुर्दे की पथरी), गुर्दे में गंभीर दर्द को दूर करने की उनकी क्षमता के लिए चुना गया है। इसने पीठ में दर्द, लाली, चुभन, और उपकला कोशिकाओं और अनाकार अपशिष्ट के साथ पारदर्शी और चिपचिपा स्थिरता (चमकदार) मूत्र का भी संकेत दिया। यह मूत्र और बजरी (मूत्र पथ में बनने वाले क्रिस्टल के एकत्रीकरण) में जहरीले क्रिस्टलीय एसिड (ऑक्सालिक एसिड) का भी इलाज करता है।
पथरी की होम्योपैथिक दवा Dr.Reckeweg R 27 के संकेत
गुर्दे की पथरी, गुर्दे में तेज दर्द, पीठ के छोटे हिस्से में दर्द, चुभन, उपकला कोशिकाओं के साथ लाल और चमकदार मूत्र, और अनाकार अपशिष्ट पदार्थ। मूत्र में ऑक्सालिक एसिड, और बजरी।
पथरी की होम्योपैथिक दवा Dr.Reckeweg R 27 का परिचय
गुर्दे की पथरी के लक्षण हैं उल्टी, पेशाब में खून आना, जी मिचलाना, बुखार, दुर्गंध आना या पेशाब का रंग फीका पड़ना आदि। यह देखा गया है कि हर बीस में से एक व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी गुर्दे की पथरी होती है। गुर्दे की पथरी गुर्दे में बनने वाला एक कठोर द्रव्यमान है जिसमें कैल्शियम के अघुलनशील यौगिक होते हैं। कुछ जोखिम कारक जिन पर विचार किया जा सकता है, वे हैं मोटापा, निर्जलीकरण, हाइपरथायरायडिज्म, मल त्याग से संबंधित सूजन संबंधी रोग आदि। गुर्दे की पथरी के कारणों में आहार, आनुवंशिकता, मूत्रवर्धक जैसी दवाएं, पुरानी बीमारी आदि शामिल हैं।
पथरी की होम्योपैथिक दवा Dr.Reckeweg R 27 की सामग्री
एसिडम नाइट्रिक। D6, बर्बेरिस D3, लाइकोपोडियम D5, रूबिया टिंक्टर। D2, Sarsaparilla D3, Lapis Renalis D12.
रेकवेग आर 27 . में अलग-अलग अवयवों की क्रिया का तरीका
गुर्दे की पथरी के लक्षणों के उपचार के लिए Dr.Reckeweg R 27 बूंदों में प्रमुख गुण निम्नलिखित अवयवों से प्राप्त होते हैं:
एसिडम नाइट्रिक — मूत्र में पत्थरों का इलाज करता है जो ऑक्सालिक एसिड के कारण होता है।
बर्बेरिस — गुर्दे में तेज दर्द का इलाज करता है जो दबाव में सबसे खराब हो जाता है। यह लाल, चमकदार मूत्र का भी उपचार करता है।
लाइकोपोडियम — दर्दनाक पेशाब और पथरी का इलाज करता है। यह मूत्रमार्ग से लेकर मूत्राशय तक के दर्द का भी इलाज करता है।
रुबिका टिंचर — पथरी के कारण होने वाले मूत्राशय के गुर्दे की पथरी के लक्षणों का इलाज करता है जैसे कि प्रतिश्याय (नाक या गले में श्लेष्मा झिल्ली की सूजन के साथ बलगम का निर्माण)। यह रात में बार-बार पेशाब करने की समस्या, कमजोरी और गुर्दे से मूत्रमार्ग तक दर्द होने की समस्या का भी संकेत देता है।
सरसपैरिला — पेशाब करते समय पथरी और तीव्र दर्द का इलाज करता है।
पथरी की होम्योपैथिक दवा Dr.Reckeweg R 27 बूंदों के लिए सामान्य संकेत
एक बीमारी के दौरान शरीर की स्व-उपचार शक्तियों को डॉ. रेकवेग एंड कंपनी जीएमबीएच, बेन्सहाइम की जैविक होम्योपैथिक विशेषताओं द्वारा ट्रिगर किया जाता है, जो उपचार में एक विशिष्ट उत्तेजना के रूप में कार्य करता है।
प्रत्येक व्यक्तिगत सामग्री के औषधीय गुण व्यक्तिगत लक्षणों और बीमारी (चरण) पर उनके प्रभाव में एक दूसरे के पूरक हैं। डॉ. रेकवेग आर 27 चाहिए की बूंदों की संकेतित मात्रा भोजन से पहले थोड़े से पानी के साथ लेनी चाहिए जब तक कि डॉक्टर द्वारा अन्यथा निर्धारित न किया जाए। बाहरी उपयोग के लिए संकेतित दवाओं को प्रभावित क्षेत्र पर लगाया जाना चाहिए और त्वचा द्वारा अवशोषित होने तक धीरे से रगड़ना चाहिए।
पथरी की होम्योपैथिक दवा Dr.Reckeweg R 27 बूंदों के लिए विपरीत संकेत
पथरी की होम्योपैथिक दवा Dr.Reckeweg R 27 की खुराक
खुराक आम तौर पर दिन में 3 बार 10 से 15 बूंद डॉ. रेकवेग आर 27 की थोड़े से पानी में डालें। उपचार के दौरान थोड़ा फायदा होने के बाद, Dr.Reckeweg R 27 की 5 से 18 बूंदों को लंबे समय तक रोजाना 2 से 3 बार लेना पर्याप्त होगा।
ब्लूम 9 सिस्टोसन को गुर्दे की पथरी (गुर्दे की पथरी), दर्दनाक, अपर्याप्त या बार-बार पेशाब आने और हल्के मूत्रवर्धक प्रभाव के लिए अनुशंसित किया जाता है। गुर्दे के कार्यों को विनियमित करने में उपयोगी और बिस्तर गीला करने के मामलों में मदद करता है।
पथरी की होम्योपैथिक दवा ब्लूम 9 सिस्टोसन की सामग्री
बर्बेरिस वल्गरिस: गुर्दे की पथरी को बाहर निकालने में मदद करता है।
चिमाफिला अम्बेलटा 2x: इसका मूत्रवर्धक प्रभाव होता है।
हेलेबोरस नाइजर 3x: दबा हुआ पेशाब के मामलों में मूत्र के मुक्त प्रवाह को पैदा करने में मदद करता है।
लैमियम एल्बम 1x: दर्दनाक पेशाब के मामलों में दर्द से राहत देता है,
लेस्पेडेज़ा 3x: पेशाब की बारंबारता को कम करने में मदद करता है।
परेरा ब्रावा 2x: गुर्दे के दर्द को कम करता है।
सॉलिडैगो विरगौरिया 1x: गुर्दा समारोह को विनियमित करने में मदद करता है
वियोला तिरंगा 3x: बिस्तर गीला करने के मामलों में मदद करता है।
पथरी की होम्योपैथिक दवा ब्लूम 9 सिस्टोसन की खुराक
खुराक वयस्क खाने से 1/2 घंटे पहले एक चम्मच पानी में 20 बूँदें। दिन में 3 से 5 बार। बच्चे: आधा वयस्क खुराक। या चिकित्सक के निर्देशानुसार।
अगर आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में मतलब किडनी में यूरेटर में यूरिनरी ब्लाडर में या यूरेथ्रा में अगर कोई एक सॉलिड मटेरियल एक सॉलिड सब्सटेंस फंसा हुआ है। वहां पर है तो उसे हम किडनी स्टोन बोलते है ज़्यादातर ये किडनी में और यूरेटर में मतलब किडनी से जो नली निकलती है। पेशाब की ओर आपके पेशाब की थैली तक जाती है उस नली में ये पाया जाता है तो ऐसे किडनी स्टोन हालांकि पाँच छह तरीके होते हैं, लेकिन अमूमन अगर आप आसानी से समझे तो यह चार तरह के होते हैं तो रिकवरी टाइप ऑफ किडनी स्टोन ये चारों टाइप के किडनी स्टोन हो सकते।
मोस्टली कैल्शियम या यूरिक ऐसिड होता है और या तो सिस्टिक टाइप ऑफ किडनी स्टोन होता है तो ज्यादातर आपके घर का जो पानी है उसमें कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होगी तो आपको बार बार किडनी स्टोन होगा या आपको किसी तरह की मेटाबोलिक डिसऑर्डर है तो आपको बार बार किडनी स्टोन होगा या बहुत ज्यादा प्रोटीन या नॉनवेज खाने खाते तो आपको बार बार किडनी स्टोन होगा। ये आपकी फैमिली हिस्ट्री है। मतलब जेनेटिक फैक्टर है तो आपको बार बार किडनी स्टोन होगा या किडनी में इंफेक्शन है तो आपको बार बार किडनी स्टोन होगा।
लास्ट में बहुत बार ऐसा देखा गया है कि अगर किसी को 20 साल से पहले या 25 साल से पहले किडनी स्टोन हुआ हो तो उससे आगे चलके एक दो बार और किडनी स्टोन होता है तो उसको ये थे। फैक्टर आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा। किडनी स्टोन भी अच्छे समझ में आ गया होगा। इसके सिम्टम्स सबको पता है। बहुत तेज दर्द होता है। अधिकतर पीछे दर्द होता है और आगे तक आता है और दर्द के साथ आपको उल्टी आना या चक्कर आना तो अब चलते हैं। सीधा होम्योपैथिक मेडिसिन की तरफ सबसे पहले उन मेडिसिन के बारे में जानते अगर आपको बार बार स्टोन हो गए।
सबसे पहले आपको ये जानना है कि आपके शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ी हुई है या यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ी हुई है या यूरीन इन्फेक्शन इसके लिए आप जांच करा लीजिए। यूरिक एसिड टेस्ट करा लीजिए। कैल्शियम और विटामिन डी का टेस्ट करा लीजिए और तीसरा यूरीन इन्फेक्शन के लिए आप पेशाब की जांच करा लीजिए और कल्चर टेस्ट करा लीजिए।
इससे आपको पता चल जाएगा कि आपके शरीर में यूरिक एसिड वाले स्टोन बार बन रहा है कि यूरिक एसिड बढ़ा हुआ या कैल्शियम बढ़ा हुआ या विटामिन डी की मात्रा काफी ज्यादा या यूरीनइ न्फेक्शन है इसके आधार पर ही आप मेडिसिन लेंगे तो आपको बहुत ही जल्दी रिजल्ट और अच्छे रिजल्ट्स मिलेंगे अब चलते हैं सबसे पहले मेडिसिन की तरफ।
दोस्तों अगर आपके शरीर में यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है और बार बार यूरिक एसिड स्टोन बन रहा है तो एसिड बेंज़ोइक बहुत ही अच्छी दवा है। एसिड बेंज़ोइक आपको इस्तेमाल कैसे करना है। सिम्पल बहुत और इसके कोई सिम्टम्स आपको देखने नहीं सिर्फ आपको यूरिक एसिड बार — बार हो रह तो आप एसिड बेंज़ोइक ले और बहुत अच्छे रिजल्ट्स आपको दोबारा कभी स्टोन यूरिक एसिडनहीं होगा।
एसिड बेंज़ोइक में 200 पोटेंसी में दो बूंद सुबह सुबह पिए लगातार एक महीने तक लीजिए। सुबह सुबह खाली पेट लीजिए व उसके बाद आप सप्ताह में दो बार इसे लगातार लीजियेगा और फिर तीन महीने तक ऐसा करें और कैसे यूरिक एसिड की प्रॉब्लम आपको नहीं होगी, जिससे अगर कैल्शियम स्टोन की समस्या आपको बार बार हो रही है।
दोस्तों अगर आपको बार बार कैल्शियम स्टोन बन रहा है तो आपको कौन सी मेडिसिन लेनी चाहिए। इसमें आपको China लेना चाहिए, आप 1000 or 1M पोटेंसी में यूज़ करें बार बार कैल्शियम स्टोन बने तो दो बूंद सुबह सुबह पिए। इसे एक एक दिन छोड़ के पिए शुरुआत के एक महीने तक और बहुत सेफ बिल्कुल आप इसे ले सकते। एक एक दिन छोड़ के लीजिये एक महीने और उसके बाद आप वीक में सप्ताह में एक बार दो बूंद जरूर पीजिये। सुबह सुबह खाली पेट लेंगे तो बहुत ही अच्छे रिजल्ट्स मिलेंगे। लास्ट में एक मेडिसिन जो आप यूरिक एसिड स्टोन में भी लीजिए और साथ ही साथ अगर आपको कैल्शियम स्टोन की समस्या होती है या अगर इन्फेक्शन होता है तो भी आप यूज़ करें।
berberis vulgaris Q or Mother Tincture मेडिसिन कॉफी इफेक्टिव मेडिसिन और आपमें से काफी सारे लोग इसके बारे में जानते हैं। स्टोन कोई निकालते भी है तो जैसे कि पांनीचेरी थोडा सा छोटा सा स्टोन बना उसे तुरंत ही निकाल देगी तो उससे क्या होगा की बड़ा स्टोन नही बनेगा और आपको पता भी नहीं चलेगा कि शरीर में स्टोन बना था।
बहुत छोटे छोटे स्टोन बन के निकल जाते पता भी नहीं चलता और अगर वही छोटे छोटे स्टोन बड़ी बन जाती है तो आपको समस्या हो जाती है। आपको दर्द होने लगता है और बहुत तेज दर्द होता है तो। ऐसे में अगर आपको बार बार किडनी स्टोन की प्रॉब्लम हो तो आप berberis vulgaris Q or Mother Tincture बून्द 20 आधी कप पानी में डालिये और खाली पेट आप सुबह ही लीजिए या शाम के टाइम जब आप ने कुछ खाया ना हो तब आप ले लीजिये 20 बून्द आधे कप पानी में डाल कर।