सैलरी से नहीं चल रहा है घर तो जल्द शुरू करें इस पेड़ की खेती, लाखों में होगी कमाई, फिर बन जाएंगे अमीर

जिस तरह से दिन पर दिन महंगाई बढ़ती जा रही है, उसी तरह नौकरीपेशा लोगों का अब घर का खर्च संभालना भी मुश्किल होता जा रहा है। आज के जमाने में बच्चों की स्कूलों की बढ़ी हुई फीस, आये दिन जरूरत के सामानों में बेतहाशा मूल्यवृद्धि के अलावा हजारों रकम के खर्चों को पूरा कर पाना एक निर्धारित सैलरी पाने वाले व्यक्ति के लिये असंभव सा होता जा रहा है।

Business Idea

कई बार तो लोग सोचते हैं कि काश उनका अपना खुद का कोई बिजनेस होता, लेकिन उसमें लगने वाली भारी लागत और जोखिम के बारे में सोचते ही वे अपना ख्याल बदल देते हैं। लेकिन क्या हर बिजनेस की लागत ज्यादा और उसमें जोखिम होता है। आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे एक बिजनेस आइडिया के बारे में बताने वाले हैं, जिसमें आप सिर्फ एक पेड़ की मदद से कमाल का प्रॉफिट कमा सकते हैं।

औषधीय गुणों से भरपूर है ये कीमती पेड़

हम बात कर रहे हैं चंदन के पेड़ की, जो कि प्रसिद्ध औषधीय पेड़ है। इसका इस्तेमाल ना केवल चिकित्सा में बल्कि सुगंधित धूपबत्तियां आदि तैयार करने में भी किया जाता है। चंदन की खेती में लगे हुए किसान काफी मुनाफा कमाते हैं, क्योंकि बाजार में इसकी मांग बेहद ज्यादा है और ये दूसरे पेड़ों की तुलना में काफी ज्यादा कीमती भी है। चंदन अपनी अनूठी गंध और उपचार गुणों के लिए जाना जाता है। दुनिया भर में चंदन की लकड़ियों की कीमत भारी है। लाभ की बात करें तो अनुमान है कि अगर एक एकड़ जमीन में चंदन की खेती की जाये, तो 1.5 करोड़ की आय तक हो सकती है। आइये जानते हैं इसके बारे में विस्तार से….

ऐसे करें चंदन की खेती और अर्जित करें लाभ

चंदन की खेती किसी भी तरह की मिट्टी में की जा सकती है, खास कर रेतीली मिट्टी, लाल मिट्टी और काली मिट्टी में भी। मिट्टी का ph लेवल 6 से 7.5 के बीच होता है। इस पेड़ की खेती गर्म और आर्द्र जलवायु वाले उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में काफी ज्यादा अच्छी होती है। चंदन की खेती के लिए आदर्श तापमान 12 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए।

चंदन की खेती का तरीका

चंदन के पौधे दो तरह से उगाये जा सकते हैं एक बीज बोकर और वानस्पतिक रूप से टिशू कल्चर के माध्यम से। पेड़ उगाने के लिये 15-20 साल पुराने पेड़ों के बीज उपयुक्त होंगे। आप लगभग 30 से 35 सेमी ऊंचाई के 7-8 महीने पुराने अंकुर चुन सकते हैं। चंदन औषधीय पौधा है, इसलिए इसे बिना किसी रसायन या उर्वरक के उगाया जा सकता है। आप जैव या जैविक खाद का प्रयोग कर सकते हैं।

बढ़ते चरण के दौरान चंदन को कम पानी की आवश्यकता होती है। चंदन के छोटे पौधों को गर्मियों के दौरान 2-3 सप्ताह तक सिंचाई की आवश्यकता होती है। हालांकि, मानसून में खेतों में बार-बार पानी देने की ज़रूरत नहीं है।

10,000 रुपए किलो बिकती है चंदन की लकड़ी

चंदन की खेती के बिजनेस में मुनाफा काफी अच्छा होता है। चंदन की लकड़ियां 3,000 से 7,000 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिकती है। अच्छी क्वालिटी की लकड़ियों की कीमत 10,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक भी हो सकती है। 8 साल के चंदन के पेड़ के लिए, इसकी हर्टवुड रोपण के 12-15 साल के भीतर कटाई के लिए तैयार हो जाती है।

इतने से निवेश में कमाएं डेढ़ करोड़

एक एकड़ जमीन में 5000 किलोग्राम तक चंदन की लकड़ियों की खेती हो सकती है। इस पेड़ की खेती की औसत लागत लगभग 8 से 10 लाख प्रति एकड़ रुपये के बीच है। वहीं, इस निवेश के बदले आप 1.5 करोड़ से 2 करोड़ रुपये तक कमा सकते हैं।

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