जीभ की नोक दिल को दर्शाती है।टिप के बगल वाला हिस्सा फेफड़ों को दर्शाता है।जीभ का केंद्र पेट और अग्न्याशय को इंगित करता है।जीभ के किनारे लीवर और प्लीहा को दर्शाते हैं।जीभ के अंदर बीच वाला हिस्सा आंत को दर्शाता है।आंतों के पास किनारों वाला हिस्सा किडनी को दर्शाता है। हम आपको कुछ ऐसी ही सवास्थ्य समस्याओं के बारे में बता रहे हैं, जिनके लक्षणों की पहचान आप जीभ देखकर कर सकते हैं और आपको समय रहते उससे निपटने में मदद मिल सकती है। चलिए जानते हैं कैसे।
ब्राइटसाइड की एक रिपोर्ट के अनुसार, जीभ एक पूरा नक्शा है। जीभ का हर हिस्सा शरीर के एक विशिष्ट आंतरिक अंग के लिए जिम्मेदार है। जीभ में किस भी तरह का परिवर्तन (जैसे घाव, धब्बे, छाले आदि) इन अंगों की खराबी का संकेत दे सकते हैं। चलिए जानते हैं कैसे। जीभ के आकार और रंग से मिलते हैं ये संकेतआपको बता दें डॉक्टर आपकी जीभ के आकार और रंग को देखकर कई समस्याओं का पता लगा सकते हैं। यही वजह है कि वो सबसे पहले आपकी जीभ की जांच करते हैं। चलिए जानते हैं कौन सा आकार और रंग किस समस्या का संकेत है।
1) अगर आपकी जीभ पतली है, तो इसका मतलब है कि आप डिहाइड्रेशन या किसी चयापचय संबंधी समस्या से पीड़ित हैं। 2) अगर आपकी जीभ में सूजन है, तो यह किसी थायराइड की समस्या का संकेत हो सकता है। 3) अगर आपकी जीभ मोटी है, तो यह विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है। 4) जीभ में एक सीधी लाइन होती है। अगर इस लाइन में जीभ के नीचे वाले हिस्से में कर्व है, तो इसका मतलब हो सकता है कि लंबर स्पाइन में कोई समस्या है। 5) अगर इस लाइन में जीभ के बीच में कर्व है, तो वक्षीय (thoracic) हिस्से में समस्या का संकेत हो सकता है। 6) अगर इस लाइन के आखिर में कर्व है, तो यह सर्वाइकल हिस्से में समस्या का संकेत हो सकता है। 7) जियोग्राफिक टंग (Geographic tongue) यह जीभ की एक इंफ्लेमेटरी स्थिति है जहां पैपिली के कुछ क्षेत्रों का मलिनकिरण होता है। यह हार्मोनल में गड़बड़ और विटामिन बी 2 की कमी का संकेत हो सकता है। कभी-कभी यह जलन और दर्द का कारण बन सकता है।
8) कडक जीभ (Trembling tongue)जीभ में मरोड़ का मतलब चिंता, छिपा हुआ डर और न्यूरस्थेनिया हो सकता है। यह पार्किंसंस रोग के लक्षणों में से एक है। 9) फटी हुई जीभ जीभ की ऐसी स्थिति सबसे अधिक बार वंशानुगत होती है। यह मेल्कोर्सन-रोसेन्थल सिंड्रोम (एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल विकार) से भी जुड़ा हो सकता है और ऐसे मामलों में दिखाई देता है जब सोरायसिस मौखिक रूप से प्रदर्शित होता है। इस बात का रखें ध्यान यदि आपको अपनी जीभ पर इनमें से कोई भी निशान मिलता है, तो अपने आप निदान करने के लिए जल्दी न करें। बेहतर इलाज के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें। ऊपर बताये गए निशानों को देखर बिना डॉक्टर को दिखाए उस मर्ज की दवा लेना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसे भी जरूर पढ़ें –