कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अंधविश्वास और अज्ञानता पहले की तरह कायम है. ताजा घटना में बीरभूम जिले के हरिसरा गांव में दो आदिवासी महिलाओं को डायन और जादूगरनी बताकर पीट-पीटकर मार डाला गया. इसके बाद दोनों महिलाओं के शवों को नहर में फेंक दिया गया. पुलिस ने दोनों के शव नहर से बरामद कर लिए हैं. आरोप है कि शुक्रवार रात दोनों महिलाओं को घर से खींचकर खंभे से बांध दिया गया। इसके बाद गुस्साई भीड़ में शामिल महिलाओं और पुरुषों ने दोनों आदिवासी महिलाओं की बुरी तरह पिटाई कर दी. पुलिस ने शुरुआती जांच के आधार पर छह लोगों को गिरफ्तार किया है. इन तत्वों से पूछताछ की जा रही है.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि उन पर घटना की जानकारी पुलिस को नहीं देने और शिकायत दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाया जा रहा है. गौरतलब है कि मौजूदा दौर में भी आदिवासी इलाकों में काला जादू और अंधविश्वास का बोलबाला होने के कारण वहां पहले भी ऐसी घटनाएं होती रही हैं. लोगों की मांग है कि आज के वैज्ञानिक युग में पुलिस को ऐसी घटनाओं पर नकेल कसने की पूरी कोशिश करनी चाहिए जो दूसरों के लिए नजीर बन सके.