पहले के ज़माने की बात ही कुछ और थी। उन दिनों सब कुछ शुद्ध हुआ करता था। फिर चाहे वो घी, तेल हो या फल या सब्जियां। पर आज ना तो खाने की चीजों में शुद्धता रही है और ना ही पहले जैसा खाना पीना। आज की युवा पीढ़ी को घर का खाना बिल्कुल पसंद नहीं आता। आज कल सबको फ़ास्ट फूड पसंद होते हैं, जैसे मोमो , चाऊमीन, पिज़्ज़ा, बर्गर आदि। ये सब खाने में तो बड़े ही स्वादिष्ट लगते हैं, परंतु उतना ही नुकसान भी पहुंचाते हैं।
खाने पीने की ये खराब आदतें कई बीमारियों को न्योता देती हैं, जैसे गैस बनना, पेट में हमेशा दर्द रहना, कब्ज़ , अल्सर इत्यादि। उनमें से ही एक है यूरिक एसीड। यह रोग आज हर एक इंसान में देखा जा रहा है, फिर चाहे वो बुढ़ा हो या जवान। इसकी वजह से कई तकलीफ भोगनी पड़ रही हैं जैसे घुटनों में दर्द, गर्दन में दर्द, स्पॉन्डिलाइटिस, वगैराह वगैराह।
यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है, जो शरीर में तब बनता है जब शरीर प्यूरिन नाम के केमिकल को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है| प्यूरिन केमिकल हमारे शरीर में भी बनते है और कुछ खाद्य पदार्थों में भी पाए जाते हैं, लेकिन जब शरीर अधिक से ज़्यादा यूरिक एसिड बनाने लगता है या फिर किडनियां सही मात्रा में इस केमिकल को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाते हैं तब रक्त में इसकी मात्रा बढ़ती जाती है, जिससे शरीर में परेशानियां पैदा हो जाती है| फ्रुक्टोज भी यूरिक एसिड बढ़ाने का काम करता हैं। फ्रुक्टोज रोजाना खाई जाने वाली कई चीजों में पाया जाता है।
आज हम आपको कुछ ऐसे फलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका अधिक सेवन से आपका यूरिक एसिड लेवल बढ़ सकता है। इस वजह से आप भूलकर भी उन फलों का ज्यादा इस्तेमाल न करें। तो चलिए अब हम उन सभी फलों के बारे में बताते हैं। इसके बारे में जानने के लिए यह लेख आगे पूरा पढ़िए।
- इनमें किशमिश भी शामिल है, जिन्हें गाउट की समस्या है वे किशमिश का सेवन न करें।
- जिनका यूरिक एसिड लेवल बढ़ा हुआ है वे अंगूर, केला, नासपाती, सेब , कटहल जैसे फलों के सेवन से बचें।
- खट्टे फल जैसे चकोतरे, संतरे और कीनू में ऑक्सालेट्स की मात्रा अधिक होती है, जो किडनी स्टोन के खतरे को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।
- ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रसभरी में भी हाई लेवल ऑक्सालेट होते हैं, जो किडनी स्टोन के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
- टमाटर साइट्रिक एसिड से भरपूर होते हैं, जो गुर्दे की पथरी के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।