कोलकाता : आरजी कर मेडिकल कॉलेज केस को लेकर देशभर में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच कोलकाता पुलिस ने आरजी कर अस्पताल के आसपास धारा 163 लागू कर दी है। कोलकाता पुलिस ने एक बयान में कहा कि 18 अगस्त से अगले 7 दिनों के लिए आर.जी. कर अस्पताल के आसपास भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के तहत धारा 163 लागू की है। इस अवधि के दौरान वहां कोई सभा, धरना या रैली की अनुमति नहीं होगी। इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों को सलाह दी थी कि वे महिला डॉक्टरों की रात की ड्यूटी लगाने से परहेज करें।
मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने महिला डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रातिरेर साथी नामक पहल की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘जहां तक संभव हो महिला डॉक्टरों को रात की ड्यूटी देने से परहेज करने के हरसंभव प्रयास किए जाएं। सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में महिलाओं के प्रति अच्छा व्यवहार रखने वाले सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी।’
चौथी मंजिल पर मिला था डॉक्टर का शव
बीते 9 अगस्त को कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के परिसर में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव रहस्यमयी परिस्थितियों में मिला था। वह पोस्ट ग्रेजुएट के दूसरे वर्ष की छात्रा थी और चेस्ट मेडिसिन विभाग में ड्यूटी करती थी। उसका शव इमरजेंसी बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर मिला था।
मेडिकल कॉलेज तोड़फोड़ मामले में अब तक 30 अरेस्ट
महिला डॉक्टर की हत्या के खिलाफ देश भर में रोष है और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं। डॉक्टर की हत्या के बाद अस्पताल में तोड़फोड़ हुई थी। पुलिस ने इस मामले में 76 आरोपियों की फोटो जारी की थी, जिनमें से 30 लोगों को अरेस्ट किया गया।
जब्बार अंसारी का फोटो जारी
पुलिस ने 40 साल के जब्बार अंसारी का फोटो भी जारी किया था। जब्बार TMC कार्यकर्ता है। वो अभी अरेस्ट नहीं हुआ है। अस्पताल से आधे किमी दूर रहने वाले ऋषिकांत भी पत्थरबाजी में शामिल थे, जो अरेस्ट हो गए हैं। उनके भाई भी TMC कार्यकर्ता हैं। सौम्यदीप फूड डिलिवर करते हैं, जो अरेस्ट हुए हैं। 2 लड़कियां भी अरेस्ट हुई हैं, जो स्टूडेंट्स हैं। गिरफ्तार होने वालों में कुछ जिम ट्रेनर भी हैं।
डॉ. संदीप घोष से लगातार पूछताछ जारी
वहीं सीबीआई अधिकारियों ने सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से लगातार तीसरे दिन पूछताछ जारी रखी। घोष से शनिवार सुबह 10 बजे से मध्यरात्रि तक करीब 13 घंटे पूछताछ की गई। उन्हें रविवार सुबह फिर बुलाया गया और पूछताछ की गई। अब सोमवार को भी वह सीबीआई के सामने पेश होंगे।
डॉ. संदीप घोष को चिकित्सक की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी भूमिका स्पष्ट करने के लिए कहा गया है। उनसे पूछा गया है कि उन्होंने किससे संपर्क किया और (पीड़िता के) माता-पिता को करीब तीन घंटे तक का इंतजार क्यों कराया? इसे भी जरूर पढ़ें –