नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार मंत्रीपरिषद की बैठक करने जा रहे हैं। 28 अगस्त को दिल्ली में उनकी नई कैबिनेट कमेटी की पहली बैठक होगी। इस बैठक में मंत्रालयों के बंटवारे के बाद आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। पीएम मोदी ने अपनी नई टीम में अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर जैसे अनुभवी नेताओं को महत्वपूर्ण मंत्रालय सौंपे हैं।

कौन-कौन होगा बैठक में शामिल?
यह चारों नेता कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी के भी सदस्य हैं, जिसका नेतृत्व खुद प्रधानमंत्री करते हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, सहयोगी दलों के पांच सदस्यों को भी महत्वपूर्ण पद मिले हैं। जेडीएस के एच.डी. कुमारस्वामी भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय, HAM-सेक्युलर के जीतन राम मांझी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय और जेडीयू के ललन सिंह पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालयों का नेतृत्व कर रहे हैं।

मोदी सरकार 3.0 के लिए जरूरी बैठक
यह बैठक मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद पहली महत्वपूर्ण बैठक होगी। इसमें सरकार की प्राथमिकताओं, नीतियों और कार्यक्रमों पर चर्चा होने की उम्मीद है।

पिछली बैठक में विकसित भारत का रोडमैप किया था तैयार
बता दें कि अपने दूसरे कार्यकाल की आखिरी मंत्रिपरिषद की बैठक में पीएम मोदी ने ‘विकसित भारत 2047’ का रोडमैप पर चर्चा की। नई सरकार के गठन के बाद से सरकार का विकसित भारत @2047 के लक्ष्य पर फोकस है। सरकार अगले 25 साल में एक विकसित राष्ट्र के रूप में भारत को स्थापित करना चाहती है। इसके लिए सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में दीर्घकालिक योजनाओं और नीतियों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें आर्थिक विकास, तकनीकी प्रगति, सामाजिक सुधार और हरित ऊर्जा पर जोर दिया जाएगा है। इसे भी जरूर पढ़ें –