ये उक्ति बिल्कुल सत्य है कि शरीर का प्रभाव मन पर और मन का प्रभाव शरीर पर पड़ता है। यदि हमारा शरीर स्वस्थ है तो दिमाग भी चुस्त-दुरुस्त रहेगा आजकल अमूमन यह देखने को मिलता है कि बेहद बिजी लाइफ ने लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त कर दी है जिसके परिणाम स्वरूप अधिकतर लोगों में अनियंत्रित ब्लड शुगर की समस्या बढ़ गई है।
यदि समय रहते इसको कंट्रोल नहीं किया जाता तो इसके जरिए शरीर में अन्य बीमारियां भी घर करने लगती हैं। अत: यदि स्वस्थ रहना है तो शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना होगा और इसके लिए अपनी दिनचर्या और खान-पान पर विशेष ध्यान देना होगा।
कैसे रखें ब्लड शुगर को नियंत्रित करें?
सर्वप्रथम हमें अपने देर रात तक जागने की आदत को बदलना होगा और प्रयास करें कि 24 घंटे में 7-8 घंटे की नींद लें। इससे आप तनाव से भी बचेंगे और शरीर भी चुस्त-दुरुस्त रहेगा। प्राय: देखा जाता है कि जो लोग देर रात तक जागते हैं वो इस दौरान चाय कॉफी भी पी लेते हैं या कुछ खा लेते हैं।
इस प्रकार की आदत से ब्लड शुगर बढ़ने की पूरी संभावना रहती है। अतः पर्याप्त नींद अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है साथ ही यह भी ध्यान रखिए कि देर रात तक मोबाइल या कंप्यूटर पर काम करना सेहत पर विपरीत प्रभाव डालता है।
कहना न होगा कि शारीरिक श्रम सबसे उपयुक्त व्यायाम है। जो लोग नियमित फिजिकल वर्क करते हैं , उनका ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रहता है क्योंकि इन्सुलिन सेंसटिविटी को संतुलित रखने का सबसे कारगर तरीका फिजिकल एक्टिविटी है।
कभी-कभी हम उन चीजों को लेकर व्यर्थ में तनाव पालते हैं जिनका कोई औचित्य नहीं होता। जब हम बहुत तनाव में रहते हैं तो हमारा इन्सुलिन लेवल घटने लगता है जिसके कारण कोर्टिसोल नामक स्ट्रेस हारमोंस बढ़ने लगता है और यही ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का कारण होता है। इसीलिए तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन व योगा करना चाहिए।
अनियमित ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट में कैलोरी की मात्रा को बैलेंस करना जरूरी है। इसका सीधा सा मतलब है कि हमारे भोजन में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट आदि की अधिकता या कमी नहीं होनी चाहिए।
इसके लिए सबसे बेहतर तरीका यह है कि हम अपनी डाइट में अधिक से अधिक फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें और कैलोरी काउंट की लेवल को कम रखें। इस प्रकार अपनी दिनचर्या को नियमित कर हम ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखते हुए स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। इसे भी जरूर देखें –