इस पुलिसवाले ने आरजी कर केस को भटकाया, संदीप घोष से मिलकर संजय रॉय को फंसाया! CBI का दावा…

RG Kar Rape Murder: इस पुलिसवाले ने आरजी कर केस को भटकाया, संदीप घोष से मिलकर संजय रॉय को फंसाया! CBI का दावा

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में लेडी ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले में सीबीआई का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है. सीबीआई ने इस केस में ताला पुलिस स्टेशन के एसएचओ अभिजीत मंडल को गिरफ्तार किया है.

आरजी कर अस्पताल इसी थाना क्षेत्र में पड़ता है.

सीबीआई ने एसएचओ अभिजीत मंडल को सियादह कोर्ट में पेश करते हुए उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि आरजी कर अस्पताल में लेडी डॉक्टर के रेप और मर्डर मामले के पीछे गहरी साजिश हो सकती है. इस मामले में एफआईआर दर्ज किए जाने में हुई देरी ताला थाने के एसएचओ की भूमिका पर शक पैदा करती है. सीबीआई के मुताबिक, मंडल से जब इस केस के सिलसिले में पूछताछ की गई, तो वह गोलमोल से जवाब देता रहा, जिससे उस पर शक गहराया गया.

एसएचओ अभिजीत मंडल पर सीबीआई के गंभीर आरोप
CNN-News18 को एसएचओ अभिजीत मंडल की रिमांड के लिए सीबीआई की तरफ से दायर याचिका की कॉपी मिली है. इसमें कहा गया है, ‘अभिजीत मंडल ने दूसरे संभावित आरोपियों के साथ मिलकर संजय रॉय (मुख्य आरोपी) और दूसरों को फंसाने के लिए आपराधिक साजिश रची, ताकि जांच की दिशा को भटकाया जा सके.’

पुलिस अधिकारी की हिरासत की मांग करते हुए सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि अभिजीत मंडल ने ‘क्राइम सीन पर पहुंचने में असामान्य रूप से लंबा समय लिया.’ सीबीआई ने बताया कि मंडल को सुबह 10.03 बजे अपराध के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन वह 11 बजे क्राइम सीन पर पहुंचे, जबकि थाने से अस्पताल महज 5 मिनट ड्राइव की दूरी पर था.’

सुबह 10:03 बजे खबर, रात 11:30 बजे क्यों FIR?
रिमांड लेटर में इसके साथ बताया गया कि 9 अगस्त को सुबह 10.03 बजे घटना के बारे में सूचना मिलने के बाद भी एफआईआर दर्ज करने में जानबूझकर देरी की गई. शाम 7.30 बजे परिवार से हरी झंडी मिलने के बाद भी रात 11.30 बजे एफआईआर दर्ज की गई.’ एजेंसी ने इसके साथ ही बताया कि मंडल अपराध स्थल को सुरक्षित करने में विफल रहे, जिससे संजय रॉय को बचाने की कोशिश की गई. लेटर में कहा गया है, ‘अभिजीत मंडल ने संजय रॉय के कपड़े, जो उसने अपराध के दिन पहने थे, हासिल करने में दो दिन की देरी की.’

सीबीआई ने इसके साथ ही आरोप लगाया कि अपराध के बाद संदीप घोष और एसएचओ अभिजीत मंडल एक-दूसरे के संपर्क में थे और घोष ने पुलिसकर्मी को निर्देश दिया था कि बलात्कार-हत्या की जांच कैसे आगे बढ़ाई जाए. एजेंसी ने कहा कि वह उनसे आमने-सामने पूछताछ करना चाहती है. सीबीआई ने इन दोनों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था. वहीं रविवार को अदालत ने उन्हें 17 सितंबर तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया है. ऐसे में अब देखना होगा कि इस केस में अब पुलिस की जांच किस तरह आगे बढ़ती है.

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