आपने भी कभी न कभी किसी न किसी के शरीर में सूजन देखी होगी। वैसे तो शरीर के किसी भी अंग में सूजन आना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन कभी कभार ये खतरनाक साबित हो सकता है। जब शरीर के अलग अलग अंगों में सूजन आने लगे और ऐसी सूजन कि उंगली से दबा कर अगर देखे तो वहां गड्ढा बन जाए, तो समझ लीजिए कि एक खतरनाक बीमारी का लक्षण है।
आज हम बात कर रहे हैं एडिमा के बारे में। तो चलिए जानते है कि आखिर यह कैसी बीमारी है,ये कितनी तरह की होती है, इसके लक्षण क्या है और इस बीमारी के होने का कारण क्या है? इन सभी सवालों का उत्तर जानने के लिए यह लेख आपको अंत तक पढ़ना होगा।
एडिमा क्या है?
यह एडिमा जो है, यह एक तरह की सूजन होती है जो हमे शरीर के विभिन्न अंगों में देखने को मिलती है। इसमे हमारे शरीर के टिश्यू में फ्लूइड जमा होने लगता है। वैसे तो यह पूरे शरीर में हो जाता है लेकिन सबसे ज्यादा आर्म्स में, पैरों में, हाथों में।
एडिमा के सिम्पटम्स (लक्षण)
- त्वचा के ठीक नीचे टिश्यू में सूजन, खास कर के हाथों या पैरों में।
- त्वचा का तन जाना या फिर बहुत ज्यादा चमकीला होना
- पैरों में भारीपन महसूस होना
- त्वचा जिसमे कुछ सेकंड के दबाव के बाद डिंपल बन जाता है
एडिमा के कारण
एडिमा तब होता है जब शरीर की रक्त कोशिकाएं द्रव का रिसाव करती है और वह टिश्यू के आस पास जमा होने लगता है, जिस कारण से सूजन आ जाती है। यह कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट्स के कारण भी हो सकता है। इसके अलावा बहुत ज्यादा देर तक एक ही स्थिति में बैठे रहने से भी हो सकता है।
एडिमा कितने प्रकार के होते हैं?
पेरीफेरल एडिमा
यह हाथों, पैरों, टखनों और बाहों को प्रभावित करता है। इसमे सूजन और इन हिस्सों को हिलाने में मुश्किल होती है।
पलमोनरी एडिमा
इसमे व्यक्ति के फेफड़ों में पानी भर जाता है और सांस लेने में दिक्कत होती है।
सेरिब्रल एडिमा
यह मस्तिष्क में होता है और मस्तिष्क में पानी भर जाता है। यह बहुत ही खतरनाक होता है।
मक्यूलर एडिमा
यह तब होता है जब रक्त कोशिकाएं रेटिना के उस हिस्से में रिसाव करती है जिसे मेक्यूला कहते है। इससे मेक्यूला में सूजन आ जाती है और आंखों में धुंधलापन आ जाता है। इसे भी जरूर देखें –