बॉलीवुड में कहा जाता है इंट्री बड़ी बात नहीं है। लेकिन आपने आप को इंडस्ट्री में बनाए रखना ही सबसे बड़ी चुनौति होती है। कई एक्टर आएं, पर चले नहीं।
इस लिस्ट में बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्टनिशट आमिर खान के भाई फैजल खान भी शामिल हैं। जो फिल्म मेला में आमिर खान के साथ दिखाई भी दिए थे। लेकिन कुछ समय बाद फैजल को फिल्में मिलनी बंद हो गई और उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई। 1969 में आई ‘प्यार का मौसम’ उनकी पहली फिल्म थी। इसमें फैजल ने शशि कपूर के बचपन का रोल किया था। साल 1988 में उन्होंने अपने भाई आमिर की फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ में विलेन का किरदार निभाया था।
इसके बाद उन्होंने ‘जो जीता वो सिकंदर’, ‘मदहोश’ जैसी फिल्में कीं। लेकिन उनका सितारा कभी चमक नहीं पाया। निर्देशकों ने कभी उन्हें लीड रोल में नहीं लिया। अपने पूरे करियर में फैजल ने सिर्फ 6-7 फिल्में ही कीं। सुपर स्टार का भाई होने के बावजूद एक समय ऐसा आया जब उन्हें फिल्में मिलना बंद हो गईं।
फिल्में ना मिलने के बाद फैजल खान गुमनाम हो गए। बॉलीवुड इंडस्ट्री ने उन्हें हमेशा के लिए भुला दिया। लेकिन साल 2007 में वो उस समय चर्चा में आ गए जब उनके घर से भाग जाने की खबर मीडिया में आई। फैजल चुपचाप अपने घर से चले गए थे। पूरा परिवार उन्हें ढूंढने लगा। कुछ दिन बाद वो खुद वापस आए और मीडिया को एक बड़ा बयान देकर चौंका दिया।
उन्होंने अपने भाई आमिर खान पर आरोप लगाया कि आमिर ने उन्हें अपने घर में कैद करके रखा था। उस समय फैजल मानसिक बीमारी से जूझ रहे थे। इसी के चलते उन्होंने कहा उन्हें मानसिक रूप से बीमार बताकर दवाइयां लेने को मजबूर किया जा रहा था। इस खबर से पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री में तहलका मच गया था। फैजल ने ये भी आरोप लगाया कि आमिर खान उनकी संपत्ति उनसे छीनना चाह रहे थे। तभी उन्होंने घर छोड़ दिया था।
इसी बीच ये खबर भी आई कि आमिर खान और उनके पिता ताहिर हुसैन के बीच फैजल को अपने साथ रखने को लेकर विवाद हो गया है। बाद में अदालत ने मानसिक रूप से बीमार फैजल की कस्टडी पिता को सौंप दी थी।