उबकाई (मितली या उल्टी) आना एक सामान्य समस्या है। यह एक ऐसी बीमारी है जिससे आमतौर पर घबराने की जरूरत नहीं है। ये अपने आप ही कुछ समय में ठीक हो जाती है। उबकाई आने की कई सारी वजहें होती सकती हैं। अधिकतर वजहें सामान्य होती है जबकि दुर्लभ केस में वजह गंभीर होती है। ये वजहें गर्भवस्था, पेट में संक्रमण, फूड पॉइजनिंग (Food poisoning), गैस्ट्रोएन्टराइटिस (Gastroenteritis) या स्टमक फ्लू (Stomach flu), पेप्टिक अल्सर (पेट में अल्सर), शरीर का तापमान बढ़ना, अधिक तेज धूप में घूमना, गर्मी, पानी की कमी (डीहाईड्रेशन), दवाइयों का रिएक्शन इत्यादि हो सकती हैं।
उबकाई की बीमारी बच्चे से लेकर बूढ़ों तक किसी को भी हो सकती है। ऐसे में इन हालातों में अच्छा महसूस करने के लिए आप कुछ घरेलू उपायों का सहारा ले सकते हैं।
उबकाई रोकने के घरेलू उपाय
1. अदरक: अदरक का इस्तेमाल कर आप कुछ ही मिनटों में उबकाई की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। दरअसल अदरक में अस्थिर तेल और फेनोलिक कंपाउंड मौजूद रहते हैं जो पाचन एंजाइमों के स्राव को बढ़ावा देते हैं। इससे पेट के एसिड और पित्त बेअसर हो जाते हैं। इसका रिजल्ट ये होता है कि उबकाई के लक्षण अपने आप कम होने लगते हैं। अदरक को ऐसे भी खाया जा सकता है या फिर इसकी चाय भी बनाई जा सकती है। बाजार में अदरक वाले बिस्कुट भी उपलब्ध हैं।
2. नींबू: यदि आपको गैस, सूजन, पेट दर्द, ईर्ष्या या पेट की परेशानियों से उबकाई की समस्या हो रही है तो नींबू आपकी हेल्प कर सकता है। ये पीएच स्तर को संतुलित करने का प्राकृतिक उपाय है। आप बस एक गिलास नींबू पानी पी लें और देखने कि कैसे आपको उबकाई से राहत मिलती है।
3. पुदीना: उबकाई आने पर अक्सर पुदीना खाने की सलाह दी जाती है। दरअसल पुदीने से निकलने वाली खुशबू में ही पेट की समस्याओं से छुटकारा पाने की काबिलियत है। इसमें मौजूद एंटीस्पस्मोदिक गुण पेट की सूजन को कम कर उबकाई को नहीं आने देते हैं। आप चाहे तो अदरक पुदीने की चाय भी पी सकते हैं।
4. सौंफ: इसमें कई कृत्रिम गुण होते हैं जो पेट में गैस नहीं बनने देते हैं। इससे उबकाई आने की समस्या दूर हो जाती है। आप जब भी उबकाई जैसा महसूस करें तो सौंफ खा सकते हैं।
5. सेब का सिरका: इसका इस्तेमाल पेट की पाचन शक्ति को बढ़ाने और पेट संबंधी विकारों को दूर करने के लिए किया जाता है। बीमारी, भोजन की विषाक्तता और सिरदर्द के कारण होने वाली उल्टी को सेब का सिरका खाकर रोका जा सकता है।
इन बातों का रखें ख्याल
उबकाई आने पर अधिक से अधिक ताजी हवा लें। अपना ध्यान किसी अन्य चीज जैसे फिल्म, मोबाईल इत्यादि से भटकाने की कोशिश करें। हो सके तो ठंडे पेय पदार्थ का सेवन करें। एकसाथ ज्यादा खाने की बजाय दिन में थोड़ा थोड़ा कर के कई बार खाएं।
ये करने से बचें
उबकाई आने पर तेज गंध वाले खाद्य पदार्थ बनाने और खाने से बचें। गर्म, तला हुआ और चिकनाई वाला खाना न खाएं। खाना जल्दी नहीं धीरे धीरे अच्छे से चबाकर खाएं। खाने के तुरंत बाद बिस्तर पर न लेटें। कमर से टाइट कपड़े न पहनें। इसे भी जरूर पढ़ें –