Source : Hamara Mahanagar Desk
Husband and Wife have Conflicts: अक्सर पति-पत्नी के बीच झगड़ों (fights between husband and wife) का कारण विवाहेतर संबंध, एक-दूसरे पर शक करना, सामाजिक दबाव, घरेलू विवाद, पैसों को लेकर विवाद आदि और भी कई कारण होते हैं जो वैवाहिक जीवन (married life) को खराब कर देते हैं और वैवाहिक रिश्ते (marital relationship) में तनाव और कड़वाहट पैदा कर देते हैं। ऐसे में जो लोग बात-बात पर बहुत गुस्से वाले, आक्रामक या शक्की स्वभाव के होते हैं, वे कई बार ऐसे गलत कदम उठा लेते हैं, जिसका परिणाम बहुत बुरा होता है। शक किसी भी रिश्ते को बर्बाद कर देता है। एक परफेक्ट शादीशुदा जिंदगी जीने के लिए एक-दूसरे पर पूरा भरोसा होना बहुत जरूरी है। एक स्वस्थ और खुशहाल रिश्ते के लिए एक-दूसरे के प्रति प्यार(love), सम्मान(respect), समझ और विश्वास (understanding and trust) का होना बहुत जरूरी है।
शादीशुदा जिंदगी क्यों बर्बाद हो जाती है?
1) पति-पत्नी के रिश्ते में कई कारणों से कड़वाहट आने लगती है। इससे रिश्ते में तनाव बढ़ता है। कहते हैं पति-पत्नी एक गाड़ी के दो पहिए होते हैं। इन्हें जीवन में संतुलन बनाए रखना होगा। अगर पति-पत्नी के बीच आपसी समझ की कमी है और दोनों एक-दूसरे को आगे बढ़ने में मदद नहीं करते हैं तो उनका वैवाहिक जीवन बिखरने लगता है।
2) कई बार ऐसा समय आता है जब पति-पत्नी के बीच शारीरिक दूरियां बढ़ जाती हैं। बच्चे, पारिवारिक जिम्मेदारियां, ऑफिस के काम का दबाव, तनाव आदि का असर सेक्स लाइफ पर पड़ने लगता है। इन सभी कारणों से कुछ जोड़ों की शारीरिक संबंधों में रुचि कम होने लगती है। इससे रिश्ते में कड़वाहट और चिड़चिड़ापन बढ़ने लगता है।
3) अगर पति की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है तो यह भी वैवाहिक जीवन में कड़वाहट का कारण हो सकता है। ज्यादातर घरों में देखा गया है कि पैसों की कमी के कारण रोजमर्रा की जरूरतें भी पूरी नहीं हो पाती हैं। इससे पति पत्नी की कोई भी इच्छा पूरी नहीं कर पाता। कई बार आर्थिक परेशानियों के कारण पति कर्ज में डूब जाता है। घर का बजट बिगड़ जाता है। दाम्पत्य जीवन में कड़वाहट का यह एक बड़ा कारण है।
4) घर में रोजमर्रा की परेशानियां जैसे सास-बहू का हर बात पर बहस करना, ननंद से लगातार झगड़ा होना आदि पति-पत्नी के रिश्ते में बड़ी दरार का कारण बनते हैं। बात-बात में एक-दूसरे के परिवार पर ताने कसने लगते हैं। कुछ परिवारों में पति केवल माँ का पक्ष लेता है, जबकि कुछ में वह न तो माँ का पक्ष लेता है और न ही पत्नी का। इसी उलझन में वह और अधिक क्रोधित हो जाता है और धीरे-धीरे अपनी पत्नी से दूर होने लगता है।इसे भी जरूर पढ़ें –