पाकिस्तानी अखबार डॉन ने अपनी रिपोर्ट की हेडलाइन रखी, ‘टीवी एग्जिट पोल में आम चुनाव में भारतीय पीएम मोदी की जीत का अनुमान लगाया गया।’ इसने एग्जिट पोल के आंकड़े लिखते हुए यह बताया कि एग्जिट पोल सही नहीं हो सकता। डॉन ने लिखा, ‘भारत में एग्जिट पोल का रेकॉर्ड खराब है, क्योंकि उनके चुनाव नतीजे अक्सर गलत होते हैं। विश्लेषकों का कहना है कि बड़े और विविधता वाले देश में उनका सही होना एक चुनौती है।’ इसने आगे लिखा, ‘मंगलवार को नतीजे घोषित होने पर मोदी के तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीद है, जिसका मुख्य कारण भारत के बहुसंख्यक विश्वास के आक्रामक चैंपियन वाली उनकी छवि है।’ द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने भी अपनी रिपोर्ट में इन्हीं बातों को शब्दशः छाप दिया।
पाकिस्तानी मीडिया ने क्या कहा
पाकिस्तान के जियो टीवी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, ‘मतदान खत्म होने के बाद पीएम मोदी ने अपनी पहली टिप्पणी में एग्जिट पोल का जिक्र किए बिना जीत का दावा किया।’ जियो ने इस रिपोर्ट में पीएम मोदी के उन ट्वीट्स का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने विश्वास जताया कि एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी। इसके अलावा इसने भी रिपोर्ट में कहा कि एक्जिट पोल सही नहीं हो सकते। रिपोर्ट में इसने आगे कहा, ‘सर्वे में कहा गया है कि 1.4 अरब लोगों के बहुसंख्यक हिंदुओं के देश में मतदाताओं के लिए बेरोजगारी और महंगाई प्रमुख चिंताएं हैं।’
एग्जिट पोल पर विश्वास नहीं
न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी खबर में लिखा, ‘आखिरी दौर की वोटिंग के बाद उनकी (नरेंद्र मोदी) हिंदू-राष्ट्रवादी बीजेपी की आसान वापसी का सुझाव दिया गया।’ इसने आगे लिखा, ‘विपक्षी दल ने एकजुट होकर लड़ाई की है। लेकिन एग्जिट पोल ने संकेत दिया है कि विपक्ष बहुमत के लिए संघर्ष कर रहा है।’ बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘छह एग्जिट पोल में बीजेपी की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया है। लेकिन ऐसे सर्वे हमेशा विश्वसनीय नहीं होते हैं।’ रॉयटर्स न्यूज एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, ‘एनडीए 353 से 401 सीटों के बीच जीत सकती है। यह सोमवार को खुलने वाले वित्तीय बाजारों को बढ़ावा दे सकती है। 2019 के आम चुनाव में एनडीए को 353 सीटें मिली, जिनमें से बीजेपी ने 303 सीटें जीतीं। पांच में से तीन सर्वे ने अनुमान लगाया था कि अकेले बीजेपी 2019 में 303 से ज्यादा सीटें जीत सकती हैं।’