भारतीय रेलवे जो कि देश की लाइफलाइन कहलाती है, हर दिन लाखों यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाती है.
railways rules: भारतीय रेलवे जो कि देश की लाइफलाइन कहलाती है, हर दिन लाखों यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाती है. रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए कई नियम बनाए हैं.
चैन पुलिंग का नियम (Importance of Chain Pulling Rules)
ट्रेनों में सफर करते समय यात्रियों को चैन पुलिंग के नियमों का पालन करना होता है. चैन पुलिंग का विकल्प आपात स्थितियों के लिए दिया गया है न कि मनोरंजन या अनावश्यक रुकावट के लिए.
बिना वजह चैन पुलिंग पर जुर्माना (Penalty for Unnecessary Chain Pulling)
बिना किसी आवश्यकता के चैन खींचने पर भारतीय रेलवे द्वारा गंभीर जुर्माने लगाए जाते हैं जिसमें ₹1000 तक का जुर्माना या एक वर्ष की कैद भी शामिल हो सकती है.
चैन पुलिंग के वैध कारण (Valid Reasons for Chain Pulling)
चैन पुलिंग तभी की जानी चाहिए जब कोई वास्तविक आपात स्थिति हो जैसे कि यात्री का कोई सामान छूट जाना कोई यात्री चूक जाना या ट्रेन में किसी खतरे की स्थिति होना.
जब चैन पुलिंग आवश्यक हो (When Chain Pulling is Necessary)
अगर ट्रेन में चिकित्सीय आपातकाल उत्पन्न होता है या किसी अन्य गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ता है तब चैन खींचना उचित माना जाता है. इससे यात्री और ट्रेन स्टाफ को तत्काल प्रतिक्रिया देने का अवसर मिलता है.इसे भी जरूर पढ़ें –
चैन पुलिंग की घटनाओं पर नियंत्रण (Control Over Chain Pulling Incidents)
रेलवे ने चैन पुलिंग की घटनाओं पर नियंत्रण रखने के लिए कठोर उपाय अपनाए हैं. इसके लिए सभी यात्रियों को सचेत किया जाता है कि वे केवल वास्तविक और वैध कारणों से ही चैन खींचें.