बैटरी सामग्री मैन्युफैक्चरर एप्सिलॉन एडवांस्ड मैटेरियल्स (Epsilon Advanced Materials) कर्नाटक में 9,000 करोड़ रुपये की लागत से 90,000 टन सालाना उत्पादन क्षमता वाला एनोड प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। एप्सिलॉन समूह के प्रबंध निदेशक विक्रम हांडा ने कहा कि इस प्लांट में निवेश दो चरणों में होगा। पहले चरण में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और शेष 5,000 करोड़ रुपये दूसरे चरण में लगाए जाएंगे।
30,000 टन का एनोड प्लांट
हांडा ने कहा,‘‘ऐसे में हम 2026 की चौथी तिमाही तक भारत में 30,000 टन के एनोड प्लांट के बारे में सोच रहे हैं, जिसपर लगभग 4,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इस प्लांट की क्षमता को 2031 तक बढ़ाकर 90,000 टन किया जाएगा। इस तरह अगले आठ साल में हमारे सालाना कारोबार के लिए कुल पूंजीगत व्यय 9,000 करोड़ रुपये है।’’भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग के साथ भारतीय सेल निर्माता कंपनियों को देश में बैटरी संयंत्र स्थापित करने की जरूरत है।
6-8 महीने में भूमी पूजन
एप्सिलॉन उत्पाद इन सेल कंपनियों के लिए एनोड और कैथोड सामग्री के टिकाऊ और विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में कार्य करेंगे। इस तरह, एप्सिलॉन देश में कच्चे माल के प्रोसेसिंग इकोसिस्टम और यहां तक कि वैश्विक मांग के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। हांडा ने कहा कि कंपनी अगले छह से आठ महीनों में प्लांट के लिए भूमि पूजन समारोह की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि प्लांट के निर्माण में डेढ़ साल का समय लगेगा। उन्होंने बताया,‘‘हमारा विचार 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत तक बाजार में आपूर्ति शुरू करने का है।’’