पीरियड्स (Periods) एक ऐसी चीज है जो हर महिला की लाइफ में जरूर आता है। वैसे तो पीरियड्स का आना बहुत आम बात होती है, लेकिन जब ये लड़की को पहली बार आता है तो उसे थोड़ी परेशान हो सकती है। ऐसे में ये एक माँ का फर्ज होता है कि वह अपनी बेटी को परियड्स के लिए मानसिक और शरारिक रूप से तैयार करे।
जब किसी लड़की को पहली बार पिरियड्स आते हैं तो उसका शरीर पहले से ही संकेत देने लगता है। लड़की के शरीर में कुछ खास बदलाव होने लगते हैं जिसके आधार पर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपकी लाड़ली को जल्द ही पिरियड्स आने वाले हैं। यह पिरियड्स जल्दी आएंगे या देर से ये आपकी लाइफ स्टाइल (Lifestyle) और खान-पान पर भी निर्भर करता है। इसी के आधार पर आपके शरीर में कई बदलाव भी होने लगते हैं।
ब्रेस्ट साइज बढ़ना
जब किसी लड़की के ब्रेस्ट का साइज़ अचानक से बढ़ने लगे तो समझ जाइए कि एक दो साल के अंदर उसके पीरियड आना शुरू हो जाएंगे। हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो लड़कियों के ब्रेस्ट को उभरने और पूरा आकार बनाने में कम से कम चार से पांच साल का वक्त लग सकता है। यदि आप अपनी बेटी में इन बदलावों को देखें तो पहले से सतर्क हो जाएं। उसे पीरियड्स के बारे में जानकारी देना स्टार्ट कर दें।
बालों की ग्रोथ बढ़ना
लड़की जब 10 साल की होती है तो उसके अंडर आर्म्स और वैजाइना पर बालों का उगना शुरू हो जाता है। यह भी एक संकेत है कि अगले एक दो साल में लड़की के पीरियड्स आ सकते हैं। इस स्थिति में मां को पहले से बेटी के साथ सैनिटरी पैड्स और पीरियड्स से जुड़ी बातें करना स्टार्ट कर देना चाहिए। ऐसा करने से बच्ची अपने शरीर में होने वाले बदलावनों से डरेगी नहीं।
व्हाइट डिसचार्ज होना
पीरियड्स शुरू होने के कुछ महीनों पहले से ही लड़कियों की वैजाइना से डिस्चार्ज होने लगता है। ये डिस्चार्ज सफेद या पीले रंग का हो सकता है। यह पीरियड्स शुरू होने का एक और संकेत होता है। इस स्थिति में आप बेटी से बात करें और किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें।
इस उम्र में आता है पीरियड
लड़कियों को पीरियड्स कब शुरू होंगे इसकी कोई फिक्स उम्र बताना संभव नहीं है। ये अलग अलग लड़कियों के केस में बदलती रहती है। आमतौर पर लड़की जब 12 से 13 साल की होती है तो उसे पीरियड्स आना शुरू हो जाते हैं। कुछ स्पेशल केस में ये पीरियड्स जल्दी भी आ जाते हैं। वहीं कुछ को ये 16 साल की उम्र तक आते हैं। यह चीज आपके खान-पान और लाइफस्टाइल पर भी निर्भर करती है।
मां इन बातों का रखें ख्याल
जब एक 12-13 साल की बच्ची पहली बार अपनी वैजाइना से खून निकलता देखती है तो घबरा जाती है। उसे समझ नहीं आता है कि इस स्थिति को कैसे हैंडल किया जाए। इसलिए मां को उसके पिरियड्स शुरू होने के पहले से ही इस बारे में बातें करना शुरू कर देना चाहे। यदि आप पहले से बेटी को खुलकर सबकुछ बता देंगी तो पिरियड्स आने पर उसे ज्यादा शॉक नही लगेगा।
उससे पीरियड्स के दौरान होने वाली परेशानियों के बारे में बात करें। सैनिटरी पैड्स क्या होते हैं, कैसे पहनते हैं ये भी बताएं। हेल्थी खाना ही बेटी को दें, जंक फूड्स से दूर रखें। बेटी को फीजिकली एक्टिव रहने का कहें।