कुछ लोगों को मच्छर बहुत ज्यादा क्यों काटते हैं? क्या आपको मालूम है कि ऐसा क्यों होता है?

एक छोटा सा मच्छर हमारी नींद को तोड़ने के लिये काफी होता है। कई बार मच्छर कानों के पास आकर भिनभिनाते हैं, जिस वजह से हमारी नींद तो खराब होती ही है, साथ ही हम पूरे दिन चिढ़चिढ़े भी रहते हैं। मच्छर तो सभी को परेशान करते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें मच्छरों से खासी परेशानी होती है।

कुछ लोगों को मच्छर बहुत ज्यादा क्यों काटते हैं? क्या आपको मालूम है कि ऐसा क्यों होता है?

भले ही उनके बगल में बैठा या सोया हुआ आदमी आराम से हो, लेकिन वे बार बार मच्छर की शिकायत करते रहते हैं। ऐसे में सामने वाले को लगता है कि इसे मच्छर इतना कैसे परेशान कर रहे हैं। क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि आपके कमरे में मौजूद अन्य लोग तो शांति से सो रहे हों, लेकिन आपकी नाक में मच्छरों ने दम कर रखा हो।

ऐसे में आपके मन में ये ख्याल तो जरूर आया होगा कि क्या सिर्फ आपको ही मच्छर परेशान कर रहे हैं। कई बार तो लोगों ने आपको यह भी कहा होगा कि जरूर तुम्हारा खून मीठा है, इसलिये मच्छर तुम्हे ही ज्यादा काट रहे हैं। आज के इस लेख में हम इसी बारे में चर्चा करने वाले हैं कि आखिर क्यों कुछ लोगों को मच्छर ज्यादा परेशान करते हैं।

इस वजह से आपको ज्यादा परेशान करते हैं मच्छर

मच्छरों और लोगों के इस मुद्दे पर वैज्ञानिकों ने तक शोध किया और पाया कि इस बात में सच्चाई है कि मच्छर कुछ लोगों की तरफ ज्यादा खिंचे चले जाते हैं। ये वो लोग हैं, जिनके शरीर से कुछ विशेष गंध आती है। इस गंध की तरफ मच्छर खिंचे चले जाते हैं और उसी व्यक्ति को काटते हैं। यानी कि ये पूरा मामला उस गंध का है, जो आपके शरीर से आती है ना कि इसका संबंध आपके खून से है।   

इस शोध में ये भी पता चला कि जिन लोगों की स्किन में कार्बोक्सिल एसिड की मात्रा अत्याधिक होती है, वे मच्छरों द्वारा ज्यादा सताये जाते हैं।ये शोध कुल तीन सालों तक चला था और इस दौरानउन लोगों को कई दिनों तक दिन में छह बार नायलॉन की स्टॉकिंग पहनाई गयी। इस नायलॉन के एग्जामिनेशन के बाद शोधकर्ताओं को पता चला कि जिस भी व्यक्ति के शरीर में कार्बोक्सिलिक ऐसिड की मात्रा ज्यादा थी, उन्हें मच्छरों ने ज्यादा परेशान किया।

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