कहते हैं कि दुनिया से सब कुछ खत्म हो सकता हैं पर जो नहीं खत्म हो सकता तो वह हैं मच्छर। हर कोई मच्छर के काटने से परेशान रहता हैं। चाहे वो घर में हो, ऑफिस में हो, दुकान में हो, या फिर किसी भी पब्लिक प्लेस में हो। मच्छर एक ऐसा जंतु हैं जो हर जगह हर कोने में आपको मिल जाएगा।
मच्छर के काटने से परेशान होकर और उससे बचने के लिए अक्सर लोग कॉइल या फिर लिक्विड का इस्तेमाल करते हैं। पर क्या आपको पता है कि यह आपकी सेहत के लिए सही हैं या नहीं ? इनका उपयोग करके आप मच्छर के काटने से तो बच सकते हैं, उनसे तो आपको छुटकारा मिल जाएगा लेकिन ऐसा करके आप अपने और अपने आस पास के लोगों के लिए खतरा बढ़ा रहे हैं। चलिए आज हम जानते हैं कि आखिर इन मच्छर को भगाने वाली दवाइयों में ऐसा क्या होता हैं जो हमारी सेहत को नुकसान पहुचाता हैं।
इनमें जो केमिकल इस्तेमाल किया जाता हैं वह हैं डीएथेलिने, मेलफोक्विने और फोस्फीन। यह तीन प्रकार के खतरनाक केमिकल होते हैं इन सारे प्रोडक्ट्स में जो मच्छरों को भगाने के लिए बनाए जाते हैं। यह तीनों केमिकल यूरोप और अमेरिका में बैंड हैं।
कई बार हम देखते हैं कि छोटे बच्चे सोये हुए हैं और उनके पास कॉइल जलाकर रखा हुआ है। इस कॉइल से निकलने वाला धुंआ बच्चों की नाक से होकर उनके फेफड़ों तक पहुंच जाता हैं। यह उन लोगों को ज्यादा नुकसान पहुंचाता हैं जिनका इम्युनिटी सिस्टम बहुत कमजोर होता हैं। वैज्ञानिकों का मानना हैं कि यह मच्छरों को मारने वाली दवाएं मच्छर के साथ-साथ अंत मे इंसान को भी मार देती हैं।
चाहे आप इनका इस्तेमाल केवल कुछ समय के लिए करें या फिर लंबे समय के लिए, यह आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचाएगा ही। इससे आपको सांस की बीमारी लग सकती हैं यानी कि अस्थमा की समस्या हो सकती हैं।
इनका धुँआ आपकी आँखों को नुकसान पहुंचाता हैं, साथ ही आपकी स्किन और बालों के लिए भी काफी हानिकारक होता हैं। इसलिए जितना हो सके इनके उपयोग से बचें और मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें। इसे भी जरूर पढ़ें –