Agniveer Yojna : संसद सत्र के छठे दिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार और भाजपा को 20 से ज्यादा मुद्दों पर घेरा. उन्होंने हिंदू, अग्निवीर (Agniveer Yojna), किसान, मणिपुर, NEET, बेरोजगारी, जीएसटी, एमएसपी, हिंसा, भय, धर्म, अयोध्या, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, रोजगार, अडानी-अंबानी, प्रधानमंत्री और स्पीकर की चर्चा की. उन्होंने 90 मिनट के भाषण की शुरुआत संविधान की कॉपी से की. भाषण के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी तू-तू, मैं-मैं हुई. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अग्निवीर को लेकर दिए गए बयान पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया दी. राहुल गांधी ने कहा कि साफ सी बात है कि भाजपा को अग्निवीर अच्छा लगता है, आप रखिए. हम इसे बदल देंगे, हटा देंगे. जब हमारी सरकार आएगी तो हम अग्निवीर को हटा देंगे.
Agniveer Yojna का संसद में हुआ विरोध
उन्होंने कहा कि हम अग्निवीर सेना (Agniveer Yojna), देशभक्तों के खिलाफ योजना बना रहे हैं. राहुल ने कहा कि अग्निवीर योजना सेना, सील और देशभक्तों के खिलाफ स्कीम है. इसलिए हम स्कीम को नहीं चाहते हैं. सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए अग्निवीर योजना पर गौर करते हुए, कांग्रेस में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि एक अग्निवीर ने बारूदी सुरंग विस्फोट में अपनी जान गंवा दी, लेकिन उसे ‘शहीद’ नहीं कहा.
उन्होंने कहा कि ‘अग्निवीर’ (Agniveer Yojna) एक इस्तेमाल करो और फेंकने वाला मजदूर है. कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, अग्निवीर सेना की योजना पीएमओ की योजना नहीं है. यह योजना प्रधानमंत्री का दिमाग है, सेना का नहीं है. इस पर राजनाथ सिंह दूसरी बार खड़े हुए और बोले- नेता प्रतिपक्ष सदन को नाकाम ना करें.
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेनाओं में अग्निवीरों (Agniveer Yojna) की चार साल के लिए भर्ती होती है. इसको लेकर सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयानों के बाद जबर्दस्त हंगामा हुआ. उन्होंने अग्निवीर भर्ती योजना पर सवाल उठाया. इसके जवाब में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि शहीदों के दौरान अग्निवीरों के परिवार को सरकार एक करोड़ रुपए की सहायता प्रदान करती है.
आइए जानते हैं कि शहीद होने वाले अग्निवीरों (Agniveer Yojna) को कितने रुपए मिलते हैं. भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को प्रशिक्षण अवधि सहित चार साल की सेवा के लिए भर्ती किया जाता है. चार साल की सेवा के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना स्थाई तौर पर भर्ती देंगे.
क्या है अग्निवीर योजना समझिए
अग्निवीरों (Agniveer Yojna) को पहले साल लगभग 4.76 लाख का पैकेज मिलता है. इसमें चौथे वर्ष में लगभग 6.92 लाख का इजाफा हुआ है. प्रत्येक अग्निवीर को अपने मासिक वेतन का 30 प्रतिशत का योगदान सेवा निधि के रूप में देना होता है. इतनी ही राशि का योगदान सरकार द्वारा किया जाता है, इस वेतन से 30 प्रतिशत हिस्सा सेवा निधि के रूप में कटेगा. मतलब जब 30 हजार सैलरी होगी तो इसमें से 21 हजार 900 रुपए अग्निवीर (Agniveer Yojna) को मिलेंगे. दूसरे साल इन हैंड 23100 रुपए, तीसरे साल 25550 रुपए और चौथे साल 28000 रुपए मिलते हैं. इतना ही अंशदान सरकार भी सेवानिधि में जाएगी.
क्या सरकार सच में बदल देगी अग्निवीर योजना?
#WATCH | TMC MP Mahua Moitra says, “The last time I stood here I was not allowed to speak. But the ruling party has paid a very heavy price for throttling the voice of one MP. In an attempt to suppress me, the public made 63 of your members sit permanently…” pic.twitter.com/JXyBSqM2ta
— ANI (@ANI) July 1, 2024
अग्निवीर (Agniveer Yojna) का विरोध करने वाला विपक्ष ऐसी ही सभी कमियों को आधार बनाकर सरकार से सेना में भर्ती की इस योजना को बंद करने की मांग कर रहा है. सरकार के लिए राहत की बात यह है कि राजनीतिक स्थिति बदलने वाले दल अब अग्निवीर योजना को बंद करने के बजाय उसमें बदलाव करने की मांग करने लगे हैं. अग्निवीर (Agniveer Yojna) को मुद्दा बनाकर, जिन मानवता ने मोदी सरकार को चुनाव में घेरा था, अब वो भी इस मुद्दे पर शांति साधे हुए हैं.