क्या है पूरा मामला
हुआ ये कि अचानक घर के मालिक के पोते-पोतियों ने रात में भिनभिनाने की आवाज सुनने की बात कही. उसके बाद सीलिंग को तोड़ा गया और उसमें मधुमक्खियों की तीन कॉलोनियां पाई गईं, जिनमें से प्रत्येक में 60,000 मधुमक्खियां थीं. उसके बाद लोच नेस हनी कंपनी के मधुमक्खी पालक एंड्रयू कार्ड को झुंड को कहीं और स्थानांतरित करने के लिए बुलाया गया.

अपेक्षा से कहीं ज्यादा बड़ा है मधुमक्खियों का छत्ता
मिस्टर कार्ड ने बताया कि, पहली कॉलोनी लगभग सात साल पुरानी है, जबकि अन्य दो हाल के वर्षों में बनी हैं. थर्मल इमेजिंग कैमरे की मदद से, मधुमक्खी पालक ने मधुमक्खियों का पता लगाया और उन्होंने ये स्वीकार किया कि प्लास्टरबोर्ड के नीचे जो कुछ था, वह उनकी अपेक्षा से कहीं ज्यादा बड़ा था. इसमें लगभग 1,50,000 से 1,80,000 के बीच मधुमक्खियां थीं.

मधुमक्खियों ने क्यों वहीं बनाया अपना घर
कार्ड का अनुमान है कि मधुमक्खियों ने उस जगह को उसके आकार के कारण चुना, क्योंकि सपाट छत में इन्सुलेशन की कमी थी, और उसमें 40 लीटर तक की क्षमता थी.