बुखार आना एक सामान्य रोग में से एक है. वहीं बारिश या मानसून के मौसम के दौरान भी बुखार आना एक सामान्य बात ही है. हालांकि इसे नजर अंदाज करना कतई उचित नहीं है. समय पर इसका इलाज आवश्यक है नहीं तो यह छोटा सा रोग विकराल रूप भी धारण कर सकता है. बता दें कि मानसून के दौरान इसका खतरा अधिक रहता है.
बरसात के मौसम के दौरान अक्सर देखने को मिलता है कि लोगों में वायरल फीवर का खतरा अधिक बना रहता है और अधिकतर लोग वायरल फीवर का शिकार हो जाते हैं. हालांकि यह ज़्यादा गंभीर नहीं होता है और न ही इससे घबराने या परेशान होने की आवश्यकता है. बस इस दौरान सावधानी जरूर बरतें.
वायरल फीवर के लक्षण…
किसी भी बीमारी या रोग पर विस्तार से चर्चा करने से पहले उसके लक्षणों के बारे में जरुर जान लेना चाहिए. आइए आपको बता दें कि इस बारे में डॉक्टर्स का क्या कहना है. नीचे डॉक्टर्स द्वारा वायरल फीवर के कुछ प्रमुख लक्षण बताए गए हैं.
वायरल फीवर के लक्षण (Viral Fever Symptoms)…
– गले में दर्द
– सिर दर्द
– जोड़ों में दर्द
– सिर का तेज गर्म होना
– अचानक से तेज बुखार जो समय-समय पर आता जाता रहे
– खांसी
– आंखों का लाल होना
– उल्टी या मतली
– बेहद थकान
– दस्त
यदि आपको ऊपर बताए गए 10 लक्षणों में से कोई भी लक्षण नज़र आए तो इसे नज़र अंदाजा किए बिना तुरंत इसका इलाज करवाए. वहीं जो रोगी है उसे एक अलग कमरा दे देना चाहिए. प्रयास रहें कि वह घर के सदस्यों से एक आवश्यक दूरी बनाकर रखें. ऐसे में वायरल फीवर किसी दूसरे सदस्य तक नहीं जा पाएगा. तुरंत इलाज करवाकर खुद को जल्द से जल्द स्वस्थ करें.
आपको हमने वायरल फीवर के प्रमुख 10 लक्षणों से तो अवगत करा ही दिया है जिससे कि आप इस बीमारी से सचेत हो जाए और सही समय पर सही इलाज लेकर जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाए हालांकि इसके साथ ही हम आपके लिए कुछ देसी नुस्खें भी लाए है जिससे कि आपको स्वस्थ होने में और तेजी से मदद मिल सकती है.
वायरल फीवर में कारगर देसी नुस्खे…
– तुलसी का काढ़ा, तुलसी की चाय और वायरल फीवर में तुलसी ड्राप भी गुनगुने पानी संग लेने में फायदेमंद है.
– बीमार होने पर फल का असें जरूर करें. वायरल फीवर के दौरान मौसमी फल खाए.
– तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें.
– गिलोय का सेवन करें.
– चाय पीए तो अदरक की पीए. जिससे कि खांसी-जुकाम में भी फायदा पहुंचेगा.