पेड़-पौधे हमारे लिए एक वरदान हैं, हमारे मानव जीवन में ये बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जहां एक तरफ पेड़-पौधों से हमें ऑक्सीजन मिलती, जिसे ग्रहण करके ही हम लोग जीवित हैं, तो वहीं दूसरी तरफ पेड़-पौधे घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में भी सहायक हैं।
आपको ये जानकार हैरानी होगी कि धन देने वाले भी पेड़-पौधे होते हैं, जिन्हें घर में लगाने से धन की बरसात होने लगती है। जी हां, आज हम इन्हीं पौधों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें लगाते ही आपके घर में कभी भी धन की कमी नहीं होगी। इसलिए आप घर में इन पौधों को अवश्य लगाएं, ये आपको धनवान बना देंगे।
मनी प्लांट
मनी प्लांट के बारे में ऐसी मान्यता है कि इसकी बेल के घर में रहने से समृद्धि बढ़ती है। इसे दक्षिण और पूर्व दिशा में लगाना उचित मन गया है। इस दिशा के देवता गणेशजी हैं, जबकि प्रतिनिधि शुक्र हैं।
क्रसुला ओवाटा
इस पौधे को लेकर ऐसी मान्यता है कि यह धन को अपनी ओर आकर्षित करता या खींचता है। फेंगशुई मे इसका मतलब यह है धन को चुंबकीय प्रभाव से घर में खींचता है। अंग्रेजी में इसे कई नामों से जाना जाता है, जैसे जेड प्लांट, फ्रेंडशिप ट्री, लकी प्लांट या मनी प्लांट आदि।
लक्षमणा
लक्ष्मणा का पौधा भी धन को अपनी ओर आकर्षित करता है। घर में किसी भी बड़े गमले में इसे उगाया जा सकता है। कहा जाता है कि जिस किसी के घर में सफेद पलाश और लक्षमणा का पौधा होता है, वहां धन की वर्षा होने लगती है।
केले का पेड़
मान्यता है कि सुख-समृद्धि के लिए केले के पेड़ की पूजा की जाती है। वहीं घर की चारदीवारी में केले का वृक्ष लगाना शुभ माना गया है। बृहस्पति ग्रह का कारक होने के कारण इसे ईशान कोण में लगाना अति शुभ है। केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। वहीं गुरुवार को इसकी पूजा करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।
नारियल का वृक्ष
ऐसा माना जाता है कि नारियल का पेड़ सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने में सहायक है। यह पेड़ यदि घर के प्रांगण में हो, तो धन की वर्षा होने के साथ ही समृद्धि भी बनी रहती है। नारियल के पेड़ के होने से राहु या केतुजनित समस्या भी समाप्त हो जाती है।
तुलसी का पौधा
हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा घर में लगाना अनिवार्य माना गया है। मान्यता है कि तुलसी का पौधा आपके घर में होने से मन में किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचार नहीं आते हैं। तुलसी को माता लक्ष्मी का दूसरा रूप माना गया है। घर में तुलसी का पौधा पूर्व दिशा या ईशान कोण में लगाएं।
इसके नियमित सेवन से किसी भी प्रकार का कोई रोग नहीं होता है। तुलसी साक्षात वृंदा का स्वरूप व तुलसी को नारायण प्रिया कहा गया है। जिस घर में तुलसी का वास होता है, उस घर में कभी भी किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होती है।
हरसिंगार
पारिजात के फूलों को हरसिंगार और शैफालिका भी कहा जाता है। पारिजात की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी। बता दें कि समुद्र मंथन से 14 रत्नों की उत्पत्ति हुई थी, जिनमें से 11वां रत्न पारिजात वृक्ष का था।
इस वृक्ष को छूने से सारी थकान समाप्त हो जाती है। यह वृक्ष देवताओं को सबसे ज्यादा प्रिय होता है। यह वृक्ष जिस भी घर में होता है, वहां हमेशा शांति-समृद्धि बनी रहती है। इसके फूल तनाव को मिटाकर खुशियां देने की क्षमता रखते हैं।