चप्पल पहनकर बाइक या स्कूटर चलाने की मनाही सुरक्षा कारणों से की जाती है. इसके कई मुख्य कारण हैं:
ग्रिप और नियंत्रण में कमी: चप्पल या सैंडल में आमतौर पर आपके पैरों का ग्रिप कम होता है. इससे बाइक या स्कूटर के ब्रेक या गियर को ठीक से नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है. अगर अचानक ब्रेक लगाने की जरूरत पड़े, तो चप्पल पहनने से आपके पांव फिसल सकते हैं, जिससे दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है.
पैरों की सुरक्षा: चप्पल पहनकर वाहन चलाते समय आपके पैर अधिक एक्सपोज़ होते हैं. किसी दुर्घटना या अचानक गिरने की स्थिति में आपके पैर चोटिल हो सकते हैं। जूते पहनने से आपके पैरों को अधिक सुरक्षा मिलती है.
फिसलन का खतरा: अगर सड़क गीली या फिसलन वाली हो, तो चप्पल पहनकर स्कूटर या बाइक चलाने से पैर आसानी से फिसल सकते हैं, जिससे आप संतुलन खो सकते हैं.
कानूनी प्रावधान: कई राज्यों में यातायात नियमों के तहत चप्पल या सैंडल पहनकर बाइक या स्कूटर चलाना प्रतिबंधित है, और ऐसा करने पर चालान किया जा सकता है। इसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ाना और दुर्घटनाओं को कम करना है.
इन कारणों से, जब भी बाइक या स्कूटर चलाएं, तो हमेशा सुरक्षित जूते पहनें जो आपके पैरों को पर्याप्त ग्रिप और सुरक्षा प्रदान करें.
क्या कटेगा ट्रैफिक चालान?
आपको बता दें कि चप्पल पहनना या ना पहनना पूरी तरह से निर्भर करता है. अगर आप चप्पल पहनकर बाइक या स्कूटर चलाते हैं तो ट्रैफिक पुलिस आपका चालान नहीं काट सकती है. दरअसल मोटर व्हीकल एक्ट में इस तरह का कोई भी प्रावधान नहीं है. नितिन गडकरी के X अकाउंट से एक पोस्ट शेयर किया गया था जिसमें इस बात की जानकारी भी है. इस पोस्ट के अनुसार ट्रैफिक पुलिस चप्पल पहनकर बाइक या स्कूटर चालान पर आपका चालान नहीं काट सकती है. इसे भी जरूर पढ़ें –