उदयपुर में 16 अगस्त को हुई चाकूबाजी की घटना में घायल छात्र देवराज की सोमवार को मौत हो गई. एमबी हॉस्पिटल में भर्ती कराए गए छात्र की दोपहर तीन बजे तबीयत बिगड़ी और उपचार के दौरान मौत हो गई।
छात्र देवराज की मौत के बाद अस्पताल के बाहर भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया और उसके शव को शवगृह में रखवा दिया गया. हालाँकि, जैसे ही देवराज की मौत की खबर फैली, तनाव फैल गया और लोगों ने अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। तनाव के चलते उदयपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।
अस्पताल के बाहर नारेबाजी कर रहे लोगों ने कहा कि इलाज के नाम पर हमें उल्लू क्यों बनाते रहते हैं. भीड़ बढ़ने पर तनावपूर्ण स्थिति देख कलेक्टर अरविंद पोसवाल, एसपी योगेश गोयल अस्पताल पहुंचे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। प्रशासन अलर्ट मोड में है. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपी छात्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. इस बीच शहर में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं.
छात्र देवराज की मौत के बाद शहर के बाजार से लेकर चारों सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गयी है. अफवाहों से बचने के लिए शहर में नेटबंदी बढ़ा दी गई है. हालात पर काबू पाने के लिए शहर में सोमवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
दो छात्रों के बीच झगड़े की वजह
पुलिस की जांच में अलग-अलग बातें सामने आई हैं. होमवर्क के लिए नोट्स मांगने की बात पता चली है. इस बात पर दोनों सहपाठियों के बीच झगड़ा हो गया और तीखी नोकझोंक में दोनों एक-दूसरे के पिता के पेशे और कार्यकाल तक पहुंच गए. आरोपी ने क्लासरूम में ही पीड़िता पर कुर्सी फेंक दी. दूसरी बात यह भी पता चली है कि आरोपी ने पहले नोट मांगा और पीड़ित ने नोट दूसरे छात्र को दे दिया, इसलिए झगड़ा हो गया.