इतना तो हम सब जानते हैं कि एक रिटेलर यानी कि खुदरा विक्रेता चाहे उसकी किसी भी चीज की दुकान हो होलसेलर से कम दाम में सामान खरीदता है और फिर उसे ज्यादा दाम में बेचता है जिससे वह कुछ मुनाफा कमा सके। दुकान किसी भी चीज की हो किराने की दुकान, कपड़े की दुकान, बर्तन की दुकान, जूते-चप्पल की दुकान या फिर फोन की दुकान।
क्या आपको पता है कि जब कोई मोबाइल दुकानदार एक फोन बेचता है चाहे वो किसी भी कंपनी का हो सैमसंग, नोकिया, ओप्पो, वीवो, रेडमी उसे उस पर कितना कमिशन मिलता हैं या फिर उसे कितने का मुनाफा होता हैं।
हम आपको बता दें कि जब भी कोई फोन की डीलरशिप लेता हैं तो उसे एक अग्रीमेंट साइन करना पड़ता हैं जिसमें लिखा होता हैं कि फोन की कीमत जो हैं वह कंपनी तय करेगी। यानी कि कंपनी जो प्राइस तय करेगी दुकानदार को उसी कीमत पर फोन को बेचना होगा न उससे कम और न ही उससे ज्यादा।
एक फोन बेचने पर दुकानदार को कितना मुनाफा होता हैं यह निर्भर करता है उस फोन पर। वह फोन किस कंपनी का हैं, उसका मॉडल, वह किस रेंज का है, आदि। जितने ज्यादा दाम का फोन उतना ही ज्यादा कमिशन।
अगर हम बात करे मिड रेंज यानी कि 10 से 15 हज़ार के सैमसंग के फोन की तो उसमें लगभग 250-500 रुपये तक का कमिशन मिल जाता हैं। अगर हाई रेंज का फोन हो यानी कि 20 हज़ार या उससे ज्यादा तो लगभग 800-1000 रुपए तक का कमिशन मिल जाता हैं।
एक फोन पर कितने का लाभ होता हैं यह उस जगह पर भी निर्भर करता है कि वह दुकान किस और कैसी जगह पर हैं। अगर बड़े शहर में है तो कमिशन ज्यादा मिलेगा और छोटे शहर या गांव में है तो कमिशन भी कम मिलेगा।
सबसे ज्यादा कमिशन मिलता हैं ओप्पो और वीवो के फोन पर। इसलिए जब भी आप कोई फोन खरीदने जाते हो तो दुकानदार आपको इसी कंपनी का फोन पहले दिखाता है और आप पर जोर डालता है कि आप ओप्पो या वीवो का फोन ही ले।