कोर्ट में ले जाया गया
असल में लाई डिटेक्टर टेस्ट केवल कोर्ट और संदिग्ध की सहमति प्राप्त करने के बाद ही किया जा सकता है. इसी दौरान उसे कोर्ट में ले जाया गया था. जानकारी के मुताबिक आरोपी संजय रॉय का जेल में पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ. सभी से रेप-मर्डर को लेकर सीबीआई ने सवाल जवाब किया.
संदीप घोष से कई सवाल
उधर जी अस्पताल में ये केस हुआ था उस अस्पताल में भ्रष्टाचार की CBI जांच भी शुरू हो गई है. SIT ने आज CBI को सारे दस्तावेज हैंडओवर कर दिए हैं. कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI को इस काम की जिम्मेदारी भी सौंपी थी. सीबीआई (CBI) ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से कई सवालों की लिस्ट बनाई थी.
14 दिन की न्यायिक हिरासत
फिलहाल इस पूरे मामले की जांच सीबीआई कर रही है और 23 अगस्त 2024 को सियालदह कोर्ट ने संजय रॉय को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. सीबीआई की टीम अब तक केस में अब तक 73 लोगों से पूछताछ कर चुकी है. सीबीआई की टीम ने संजय रॉय के साथ-साथ आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और चार डॉक्टर्स के पॉलीग्राफी टेस्ट की अनुमति मांगी थी, जिसकी इजाजत 22 अगस्त 2024 को मिल गई.
मालूम हो कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 8-9 अगस्त की रात को ट्रेनी लेडी डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. इसके बाद शुक्रवार (9 अगस्त) को लेडी डॉक्टर का शव सेमिनार हॉल में मिला था. इस मामले में हादसे के एक दिन बाद कोलकाता पुलिस ने मुख्य आरोप संजय रॉय को गिरफ्तार किया था. घटना के बाद से ही पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. इसे भी जरूर पढ़ें –