जिस ब्राह्मण के छाती में मुस्लिमों ने दागी 20 गोलियां, सामने आई उसके परिवार की दशा, दो महीने की दुल्हन का रो रोकर हुआ बुरा हाल…

जिस ब्राह्मण के छाती में मुस्लिमों ने दागी 20 गोलियां, सामने आई उसके परिवार की दशा, दो महीने की दुल्हन का रो रोकर हुआ बुरा हाल…

India News (इंडिया न्यूज) Bahraich Violence: योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की सत्ता साल 2017 में संभाली थी, जिसके बाद से ही प्रदेश के कानून व्यवस्था की मिशाल दी जाती थी। इस दौरान कोई बड़ा दंगा देखने को नहीं मिला।

परंतु इस समय यूपी का जिला बहराइच हिंदू-मुस्लिम हिंसा की वजह से जल रहा है। जो पिछले कुछ सालों में होने वाला बड़ा दंगा है। वहीं बवाल को देखते हुए अगले आदेश तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।

वहीं 13 अक्टूबर को हुई हिंसा में 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया। इसके अलावा पोस्टमार्टम के बाद मृतक के परिजनों ने उनके शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और परिजन और भीड़ शव के साथ तहसील में प्रदर्शन करने के लिए आगे बढ़ गए। इस दौरान लोगों ने वाहनों को जला दिया गया और दुकानों में आग लगा दी गई। हालांकि अब पूरे इलाके में माहौल शांत है, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है।

कौन था मृतक राम गोपाल?

बता दें कि, मृतक राम गोपाल मिश्रा बहराइच के घसियारीपुरा के मंसूर गांव के रहने वाले थे। उसकी उम्र 22 वर्ष थी। दरअसल, रविवार को मां दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जन के लिए मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से ले जाया जा रहा था। इस दौरान गाना बजाने को लेकर हिंसा भड़क गई और झड़प के दौरान गोली लगने से राम गोपाल की मौत हो गई। इस घटना में जमकर पथराव और फायरिंग हुई। करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला के मुताबिक महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज इलाके में जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहा था। इसी दौरान हिंसा भड़क गई और अफरातफरी मच गई। इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है। पूरी घटना में सलमान नाम के शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

दो महीने पहले ही हुई थी मृतक की शादी

दरअसल, बहराइच की हिंसा में जान गंवाने वाले राम गोपाल मिश्रा के परिवार में माता-पिता और एक बड़ा भाई है। मृतक परिवार का सबसे छोटा बेटा था। इसके अलावा दो महीने पहले ही राम गोपाल की शादी हुई थी। उसके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, फिलहाल परिवार मुख्यमंत्री से मिलकर आरोपियों के एनकाउंटर की मांग पर अड़ा हुआ है। क्षेत्रीय विधायक सुरेश्वर सिंह ने परिवार से मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात कराई जाएगी, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद परिवार अंतिम संस्कार करने को राजी हो गया है।

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