हिंदू धर्म विभिन्न मान्यताओं के अनुसार आगे बढ़ता है। जी हां इस धर्म में कई रीति-रिवाज शामिल है। इसके अलावा इस धर्म में तिथि आदि का भी अपना महत्व होता है। गौरतलब हो कि पंचांग के अनुसार धार्मिक महत्व से जुड़ी तिथियों के अपने नियम हैं। इसमें अमावस्या, पूर्णिमा, द्वादशी, एकादशी और त्रयोदशी जैसी तिथियां शामिल हैं।

वहीं मालूम हो कि धर्म में आस्था रखने वाले लोगों को इन नियमों का पालन करना जरूरी होता है। बता दें कि अमावस्या हमारे ‘पितृ’ को समर्पित एक दिन है और इसके अपने ख़ास नियम हैं और अमावस्या (Amavasya) के दौरान कुछ चीजों को खरीदना अशुभ माना जाता है। आइए आज हम जानते हैं इसी के बारें में…

पूजा का सामान…

बता दें कि इस दिन भगवान के वस्‍त्र, पूजा का सामान गलती से भी नहीं खरीदना चाहिए। ऐसा करना आपको मुश्किल में डाल सकता है। जी हां अमावस्‍या के दिन खरीदी गईं ये चीजें भगवान को नाराज करती हैं।

झाड़ू…

झाड़ू को मां लक्ष्‍मी का प्रतीक माना गया है। यदि अमावस्या के दिन झाड़ू खरीदी जाए तो मां लक्ष्‍मी नाराज हो जाती हैं और घर में रखा पैसा भी बर्बाद हो जाता है। लिहाजा आर्थिक स्थिति की मजबूती चाहते हैं तो कभी भी अमावस्‍या के दिन झाड़ू न खरीदें।

नानवेज वग़ैरह खरीदने से बचें…

गौरतलब हो कि इस दिन शराब पीना या कोई भी नशा करना धर्म में वर्जित ही माना गया है और धर्म-शास्‍त्रों के मुताबिक अमावस्‍या के दिन अगर कोई शराब या नॉनवेज खरीदता है या इनका सेवन करता है। तो इससे पितरों के नाराज़ होने की सम्भावना रहती है।

तेल भी इस दिन खरीदने से बचें…

जिस तरह शनिवार के दिन तेल खरीदने और लगाने से बचना चाहिए। उसी तरह अमावस्‍या को भी तेल नहीं लगाना चाहिए। इसके बजाए इस दिन तेल का दान करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। ये शनि से जुड़ा हुआ है और आपकी कुंडली से ‘शनि दोष’ को दूर करने में मदद करता है।

आटा या अनाज अमावस्या को न खरीदें…

इस दिन गेहूं के दाने और आटे जैसे फूड्स खरीदने से भी बचना चाहिए। आपको विशेष रूप से ‘भाद्र मास’ की अमावस्या के दौरान गेहूं खरीदने से बचना चाहिए। कहते हैं कि इस दिन खरीदे गए गेहूं का सेवन अगर आप करते हैं तो ये सीधे आपके पूर्वजों के पास जाता है, जो कि अशुभ माना जाता है। इसे भी जरूर पढ़ें –