दरअसल, शिवपुरी शहर के शांति नगर की रहने वाली अनीता श्रीवास्तव को टाइफाइड का बुखार आया था, तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण, उन्हें 29 अगस्त को प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें सरकारी अस्पताल रेफर कर दिया गया था. घरवाले जब महिला को लेकर वहां पहुंचे तो मेडिकल परीक्षण में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

अगले दिन किया गया अंतिम संस्कार
रात हो जाने के कारण उनका अंतिम संस्कार 30 अगस्त को किया जाना था. घरवाले जैसे ही मृत महिला का अंतिम संस्कार करने के लिए रिश्तेदारों के साथ जैसे ही श्मशान घाट पहुंचे और अंतिम संस्कार का विधि-विधान शुरू किया गया और मृत महिला को लकड़ियों पर लिटाया गया, इसी दौरान घरवाले वहां का दृश्य देखकर दंग रह गए.

मृत महिला के माथे पर पसीना आ रहा है और उसके शरीर में भी हलचल देखी गई है. ऐसे में तुरंत घरवालों ने उसे मृत्यु सैया से उठाकर चबूतरे पर लिटाकर और सबसे पहले CPR दिया, फिर एंबुलेंस की मदद से मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे. वहां पर डॉक्टरों ने एक बार फिर घरवालों के आग्रह पर महिला का ECG सहित कई और परीक्षण किए, लेकिन एक बार फिर डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया. परीक्षण करने वाले डॉक्टर का कहना है कि किसी की भी मृत्यु के बाद कुछ पलों के लिए ऐसा आभास हो सकता है, लेकिन महिला पहले भी मृत अवस्था में थी और अब भी वह मृत ही है. इसे भी जरूर पढ़ें –