पश्चिम बंगाल के बिरभूम जिले के मयूरेश्वर में दो महिलाओं के साथ बर्बरता की खबर सामने आई है। दोनों महिलाओं की भीड़ ने डायन बताकर पिटाई की, उनके कपड़े निकाल दिए और भरी सभा में इतना पीटा कि दोनों बेसुध हो गईं। बताया जा रहा है कि आदिवासी समाज के लोगों ने एक खाप पंचायत बैठाकर दोनों महिलाओं के साथ बर्बरता की है। इसका वीडियो भी सामने आया है।
बताया जा रहा है कि दो आदिवासी महिलाओं लॉडगि किस्कू और डॉली सोरेन को ग्रामीणों ने डायन बताकर घर से जबरदस्ती ले गए। पहले तो भरी सभा में उनके कपड़े निकाले और फिर लात-घूसों व लाठी डंडो से बेरहमी से पिटाई की। दोनों महिलाओं की इस कदर पिटाई की गई कि वह अधमरी हो गईं। अधमरी होने के बाद लोगों ने दोनों महिलाओं को इलाके में ही सिचाई के लिए बनी नहर मे जिंदा ही फेंक दिया, जिसमें दोनों की मौत हो गई।
कपड़े निकलवाए और फिर …
लोग इतने दबंग थे कि इस घटना का वीडियो भी बनवाया और इसे वायरल भी करवा दिया। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बड़ी संख्या में भीड़ दोनों महिलाओं को घेर कर खड़ी है और उनकी जान लेने को उतारू है। एक महिला हाथ जोड़कर माफी मांग रही है तो वहीं दूसरी महिला पर एक अन्य महिला थप्पड़ों की बारिश कर रही है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा और घटना की जांच शुरू कर दी है। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी की गई है। पुलिस ने शव को नहर से निकलवाकर रामपुरहार्ट मेडिकल कॉलेज मे पॉस्मार्टम के लिये भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस इस मामले में अभी तक 6 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
मृतक की बेटी रानी किस्कू ने बताया कि रात के अंधेरे मे इलाके के लोग घर आए और उसकी मां को घर से जबरन उठाकर बेरहमी से पीटते हुए ले गए। मां को लेकर लोग कहां गए कुछ पता ही नहीं चला। मैंने अपनी मां की खूब तलाश की लेकिन उनका कहीं भी पता नहीं चल पाया। सुबह पता चला कि मां की हत्या कर नहर मे फेंक दिया था। अब रानी की मांग है कि आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। वहीं पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।