➡ तनाव को कम करने के बेहतरीन उपाय :
- तनाव स्थितियों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। परन्तु एक ही स्थिति अलग-अलग व्यक्तियों पर अलग-अलग प्रभाव छोड़ती है। यहाँ तनाव मुक्त रहने के कुछ उपाय दिए जा रहे है।
- राजसिक भोजन मसालेदार होता है तथा भावनाओं पर प्रभाव डालता है। तामसिक भोजन बासी होता है। राजसिक व तामसिक भोजन आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते है। जबकि सात्विक भोजन मस्तिष्क को शांत रखता है।
- अनेक हर्बल जैसे इलायची, पिपरमेंट, सौंफ, दुध उत्पाद अपने आहार में शामिल करें। चाय के रूप में तथा विभिन्न पकवानों में डालकर भी आप इनका प्रयोग कर सकते है। यह तनाव से राहत देते है।
- तेल की मसाज करने के अनेक स्वास्थ्य लाभ है। यह तनाव से राहत देता है। केस्टर, सिसेम तथा नारियल का तेल गरम करके खोपड़ी पर मालिश करें। उसके बाद पुरे शरीर की मालिश करें।
- उचित सांस नहीं लेने पर संपूर्ण शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। यह तनाव से होने वाली क्षति का मुख्य कारण है।
- भोजन : तनाव में भोजन बहुत जरूरी है क्योकि भोजन से शरीर को उर्जा और तनाव से लड़ने की शक्ति मिलती है. इसके लिए आप अपने भोजन में ऐसे आहार को शामिल करें जिसमे विटामिन बी, मैग्नीशियम और पोटैशियम की मात्रा अधिक हो। पोटैशियम के लिए आप दूध, सूखे मेवे और संतरे खायें. पोटैशियम दिमाग को दुरुस्त रखता है और हमे चिंता और खराब मुड से बचाता है। विटामिन बी पाने के लिए आप चावल, फलियाँ, अनाज और मछली का सेवन कर सकते हो. इसे आपको आपके मस्तिष्क से सम्बंधित बिमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है। हरी पत्तेदार सब्जियां, मूंगफली, केले, गेहूं, और सोयाबीन में मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा होती है, इनसे भी आपके शरीर को तनाव से लड़ने का बल मिलता है। ध्यान रहें कि आप तनाव को दूर भागने के लिए दिन में कई बार थोडा थोडा करके खाना खायें।
- बात करें : अक्सर तनाव में व्यक्ति खुद को अकेला महसूस करता है जिसके कारण वो अपनी समस्या में खुद ही उलझा रहता है जिससे उसकी परेशानी बढ़ जाती है. किन्तु तनावग्रस्त व्यक्ति को ऐसा नही करना चाहियें. अगर वो शादीशुदा है तो वो अपने परेशानी को अपने साथी के साथ जरुर बाँट सकता है और शादीशुदा नही है तो अपने मित्र के साथ खुलकर चर्चा करें. इसके दो फायदे होते है. पहला, तो तनावग्रस्त व्यक्ति का मन हल्का हो जाता है और दूसरा वो अपने साथी के साथ मिलकर अपनी समस्या से लड़ सकता है और उसका समाधान भी निकाल सकता है।
- खुद को समय दें : चाहे व्यक्ति तनावग्रस्त हो या नही, उसे खुद को प्रतिदिन थोडा समय जरुर देना चाहियें क्योकि जीवन में कुछ ऐसी समस्यायें आ जाती है जिन्हें समझने और उनके समाधान के लिए आपको शांति की जरूरत होती है और आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति को अकेले रहकर ही शांति मिल सकती है. आप अकेले बैठ कर ध्यान कर अपनी समस्या पर गौर करें, कुछ लोग ऐसे होते है जो शांति पाने के लिए किताबे पढना पसंद करते है तो कुछ लोगो को अँधेरे वाले कमरे में लेटना पसंद होता है. इस तरह इनके मन से हताशा जल्दी दूर होती है और इन्हें अपनी समस्या पर विचार करने का भी मौका मिल जाता है।
- शरीर को आराम दें : तनाव में कुछ लोग अपने शरीर को बहुत हानि पहुंचा देते है या परेशान होकर इधर उधर भागदौड़ करते रहते है. जिनसे उनके शरीर में थकान हो जाती है. इससे बचने के लिए आप अपनी कुर्सी पर आरामदेह तरीके से बैठ जायें और अपनी आँखों को बंद कर लें. आप अपनी मांसपेशियों को भी ढीला छोड़ दें. गहरी सांस ले और उसे धीरे धीरे छोड़ते रहें. आप अपने मन में ॐ शब्द का उच्चारण करें. आप कोशिश करने की आपका मन ॐ शब्द की आवाज पर ही केन्द्रित हो. इस अवस्था में आप कम से कम 10 मिनट जरुर बैठे. इससे आपके मन को आध्यात्मिक शांति मिलती है, जिससे आपको समझ आती है कि जो भी संसार में होता है वो सब स्वाभाविक है और हर समस्या का समाधान आता है. अर्थात ये आपके मन और मानसिक शक्ति को बल प्रदान करता है और आपके सोचने समझने की शक्ति को बढ़ाता है।
- चाय या कॉफ़ी पियें : हर व्यक्ति को चाय पीने का शौक होता है कुछ लोगो को सुबह उठते ही चाय पीने की आदत होती है. कुछ लोग अपने सिर दर्द को दूर करने के लिए चाय पीते है, साथ ही जब भी कोई मेहमान घर में आता है तो उसे सबसे पहले उसकी थकान को दूर करने के लिए चाय पिलाई जाती है. ऐसा इसलिये होता है क्योकि चाय में कुछ ऐसे तत्व होते है जो ताजगी देते है और शरीर में स्फूर्ति भरते है. इससे तनाव को दूर करने में भी मदद मिलती है. चाय की महक से लेकर उसके स्वाद तक जादू सा लगता है और इसके गले के उतारते ही सारी उदासी दूर हो जाती है. इसलिए जब भी आप तनाव महसूस करें दो घूंट चाय जरुर पियें।
- नहायें : जब ठंडा पानी सिर पर गिरता है तो सारी चिंता और तनाव पानी के साथ ही बह जाते है. इससे मन और शरीर को भी ठंडक मिलती है. नहाते वक्त आप अच्छे खुशबूदार साबुन का भी इस्तेमाल करें।
- टहलें : अगर आपके घर के आसपास कोई पार्क है तो आप थोड़ी देर पार्क की हरी हरी घासों में नंगे पैरो के जरुर घूमें. साथ ही आप ठंडी हवा को और फूलों की महक का आनदं उठायें. आपकी सारी चिंता, उदासी और तनाव भी हवा के साथ ही उड जायेंगे. साथ ही सुबह सुबह पार्क में घुमने से आपका शरीर भी स्वस्थ रहेगा।
- निम्बू और चॉकलेट खायें : तनावग्रस्त व्यक्ति को तनाव से दूर रखने के लिए उसके मूड को ताजा रखना जरूरी है और इसके लिए निम्बू से अच्छा कुछ नही हो सकता क्योकि निम्बू में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है जो मुड में ताजगी लाने में सहायक होता है. निम्बू का इस्तेमाल आप कई तरह से कर सकते हो. इसका आप निम्बू पानी बना लें, या सब्जी और सलाद में डाल लें और चाहे तो इसे सूंघ कर भी उदासी को दूर कर सकते हो। इसके साथ ही बहुत से लोग चॉकलेट को भी तनाव कम करने के लिए इस्तेमाल करते है. इनके अनुसार चॉकलेट का एक छोटा सा टुकड़ा तनाव को भागने के लिए बहुत होता है।
- अच्छी नींद लें : वैसे तो तनाव में व्यक्ति को नींद नही आती क्योकि उसके दिमाग में अनेक तरह की बाते चलती रहती है. किन्तु नींद ना आने की वजह से ही उसके शरीर को आराम नही मिल पाता और वो अपनी परेशानियों को ओर भी अधिक बढ़ा लेता है. इसलिए ऐसे व्यक्तियों को कोशिश करके अच्छी नींद जरुर लेनी चाहियें।
- अच्छे पलो को याद करें : तनाव के समय में अपने मन को तनाव से प्रथक करने के लिए आप अपने जीवन की किताब के पन्नो को पीछे की तरफ पलटे और अपने उन खुशियों के पलों को याद करें जो आपके दिल के सबसे अधिक करीब है. आप अपने मन को कुछ देर उन लम्हों के साथ बितायें और उसके बाद विश्राम करें. इससे आपको एक नयी उर्जा मिलती है और आप सकारात्मक भाव के साथ अपनी परेशानियों को दूर करने की कोशिश करते हो।
- नशे से बचें : ऐसे बहुत से व्यक्ति है जो तनाव में अपने आप को इतना दबा हुआ महसूस करते है कि वे उससे बचने के लिए नशे का सहारा लेना शुरू कर देते है. किन्तु शराब, तम्बाकू या कोई अन्य नशीला पदार्थ आपको लाभ की जगह हानि ही पहुंचता है और आपके शरीर को कैंसर और हार्टअटैक जैसी अनेक खतरनाक बीमारियों घेर लेती है. इसलिए ध्यान रहे कि तनाव में आप नशीले पदार्थों से जितना हो सके उतना दूर रहें.
- सकारात्मक रहें : तनाव में व्यक्ति अपनी सोचने समझने की क्षमता खो देता है और हर चीज में गलतियाँ ही ढूंढता रहता है. ऐसा इसलिए होता है क्योकि तनाव व्यक्ति की सोच को नकारात्मक कर देता है. कई बार तनाव का कारण परतिस्पर्धा भी होता है जैसेकि आपका मित्र आपसे पढने में अच्छा हो सकता है, या आपके सहकर्मी को ऑफिस में आपसे पहले promotion मिल जाता है इत्यादि. इस स्थिति में मन का बेकाबू और जलन महूसस करना स्वाभाविक हो सकता है. किन्तु अगर आप सकारात्मक रहे तो आप खुद को इन सब बातो से प्रथक पाओगे. इसके लिए आपको ये समझना जरूरी है कि आप खुद कितने कीमती हो. साथ ही आप अपने स्वभाव को ऐसा कर लो कि दुसरे आपको अपना आदर्श मानें।
- डॉक्टर से सलाह करें : आप एक समझदार व्यक्ति की तरह तनाव से मुक्त होने के लिए एक अच्छे मनोवैज्ञानिक चिकित्सक के पास जायें और उन्हें अपनी समस्या से अवगत करायें. ये विशेषज्ञ आपके मन की स्थिति को समझने में आपसे अधिक अनुभव रखते है और आपको आसानी से आपकी समस्या से बाहर निकलने का रास्ता दिखा सकते है. तो आप एक बार डॉक्टर की सलाह जरुर लें।