आजकल महिलाएं अपनी त्वचा सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने के लिए न जाने क्या क्या तरिके आजमाती है. कभी कॉस्मेटिक क्रीम, इंजेक्शन, सर्जरी आदि, परन्तु यें सब क्यूँ? केवल अपने आपको खुबसूरत दिखाने के लिए. अपने आपको सुन्दर बनाने के लिए क्या इन सब तरीको को अपनाना जरूरी है? बिलकुल नहीं. जब हमारी प्रकृति में ही अनेक प्रकार की वनस्पती व जड़ी-बूटियां उपलब्ध है जिनके इस्तेमाल से हम अपने रूप-सौन्दर्य को निखार सकते है. जब हमारे पास खुबसूरत दिखने के प्राक्रतिक तरीके है तो हम निरंतर कृत्रिम खूबसूरती की ओर क्यूँ आकर्षिक होते है, क्यूँ हम कृत्रिम खूबसूरती पाने के लिए अपना समय और पैसा नष्ट करते है? जबकि हम इस बात से भी अनजान नहीं है कि कृत्रिम खुबसूरती ज्यादा दिनों तक नहीं रहती है, वह जल्दी ही हमारा साथ छोड़ देती है. तथा प्राकृतिक सुन्दरता हमेशा हमें जवां बनाए रखती है.
हम आपको कुछ ऐसे प्राकर्तिक तरीके बताते है जिनसे न केवल आपकी त्वचा खुबसूरत बढ़ेगी बल्कि समय से पहले होने वाली त्वचा सम्बन्धी परेशानी (झाइयाँ) से भी निजात मिलेगा.
१. चेहरे की झाइयाँ को दूर करने के लिए रीठे के छिलकों को पानी में पीसकर झाई वाले स्थान पर लगाये. तथा दूसरे सप्ताह में तुलसी के पत्तो को पानी में पीसकर झाइयों वाली जगह पर लगाये. इस तरह दो सप्ताह में ही झाइयाँ दूर हो जायंगी तथा चेहरे पर पहले जैसा आकर्षण और निखार आ जाएगा.
२. शहद का उपयोग भी झाइयों के लिए उत्तम होता है, इसके लिए एक चमच्च शहद में एक चम्मच सिरका मिलाकर झाइयों वाली जगह पर लगाए. इसका प्रयोग दिन में केवल एक बार ही करें.
३. अंडे के सफ़ेद भाग को निकालकर अच्छी तरह फेंटें, फिर इसमें बादाम का पेस्ट और दो बुँदे शहद की डालकर चेहरे पर 20 मिनट के लिए लगाकर रखें. फिर चेहरा को ठन्डे पानी से धो लें, इसके नियमित उपयोग से कुछ ही दिनों में बदरंग त्वचा का रंग एकसार हो जायगा.
४. रात में सोने से पूर्व एक चमच्च बादाम के तेल में ग्लिसरीन और 3-4 बुँदे निम्बू के रस की मिलाकर चेहरे, गर्दन व बाहों पर लगा लें. तथा सुबह हलके गुनगुने पानी से धो लें. कुछ ही दिनों में त्वचा पहले से अधिक स्वस्थ नजर आयगी.
५. दो चम्मच बादाम रोगन, दो चमच्च सिरका या निम्बू का रस तथा एक चम्मच ग्लिसरीन मिलाकर फेंटें. इस लेप को रोजाना रात में सोने से पूर्व 2-3 मिनट के लिए चेहरे की मालिश के लिए प्रयोग करें.
६. एक बादाम को घिसकर उसमें एक चम्मच शहद तथा एक चमच्च हाइड्रोजन पैराक्साइड मिलाकर झाइयों वाले स्थान पर लगाये इसके लगभग 30 मिनट पश्चात चेहरा धो लें. कुछ ही दिनों में चेहरे की झाइयाँ गायब होने लगेगी.
७. एक चम्मच निम्बू के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर उसमें कुछ मात्रा हाइड्रोजन पैराक्सइड की भी मिला लें. इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें. इसके नियमित इस्तेमाल से आपको अवश्य लाभ होगा.
८. दो चमच्च दूध का पाउडर में दो चमच्च हाइड्रोजन पैराक्सइड मिला लें. अब इस लेप को पूरे चेहरे पर लगाये और सूखने के बाद ठन्डे पानी से चेहरा धो लें.
९. तीन चमच्च दूध के पाउडर में आधा कप खीरे का पेस्ट, एक निम्बू के रस, एक चमच्च सोयाबीन अथवा जौं का आटा मिलाकर एक लेप तैयार कर लें और इसे फ्रिज में रखें. प्रतिदिन इससे मालिश करें तथा मालिश के बाद इसे चेहरे पर लगाकर कुछ देर के लिए सूखने दें उसके बाद मसलकर धो लें. इसके नियमित इस्तेमाल से चेहरे की झाइयाँ तो दूर होंगी ही साथ साथ त्वचा की रंगत भी निखरेगी.
१०. कच्चे दूध में चुटकी भर हल्दी और चंदन पाउडर मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें. इसको प्रतिदिन चेहरे पर लगायें. इससे चेहरे की झाइयाँ और त्वचा का कालापन दूर हो जायगा.
११. केले में शहद मिलाकर चेहरे पर 15 – 20 मिनट के लिए लगायें और फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें. इससे झाइयाँ आना कम होंगी.
उपरोक्त लिखे उपायों में कोई भी उपाय जो आपको आपकी त्वचा के हिसाब से ठीक लगे तथा सरल लगे यदि आप उसे नियमित रूप से अपनायेगी तो निश्चित रूप से आपको लाभ होगा. इसके साथ साथ आपको आपकी दिनचर्या, आदत व खान-पान पर भी ध्यान अवश्य रखना होगा.
झाइयाँ होने पर कुछ सामान्य ध्यान देने योग्य बातें :
झाइयाँ होने पर अक्सर महिलाएं ब्लीच का इस्तेमाल करती है. वें यह सोचती है कि ब्लीच झाइयाँ छिपाने का सबसे बढ़िया तरीका है, जो कि बिलकुल गलत है. ब्लीच झाइयों को छिपाता अवश्य है परन्तु केवल कुछ समय के लिए. ब्लीच से झाइयों के दागो में बहुत कम समय के लिए ही परिवर्तन आता है. इसके साथ साथ ब्लीच करवाने के बाद हमारी त्वचा सूर्य की किरणों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती है. जिसके परिणामस्वरूप अल्ट्रा-वायलेट किरणों के प्रभाव के कारण झाइयाँ और अधिक गहरी हो जाती है. इसके अलावा लम्बे समय से हमारी त्वचा पर रही झाइयाँ या झाई हमारी त्वचा के लिए और अधिक हानिकारक हो जाती है. झाइयाँ अधिक पुरानी होने पर अधिक गहरी हो जाती है तथा फिर इनका इलाज करना आसान नहीं रह जाता, पुरानी होने पर इनका इलाज भी मुश्किल हो जाता है. ऐसी स्तिथी में इनका इलाज किसी कुशल व अनुभवी विशेषज्ञ द्वारा करना चाहिए. अतः झाइयों का इलाज जितना जल्दी हो सके प्राकर्तिक तरीकों से कर लेना चाहिए. ईलाज से बेहतर है कि हम कुछ छोटी छोटी बातों को ध्यान में रखकर अपनी त्वचा को झाइयों से बचाए रखे.
१. अपनी त्वचा को सुन्दर व आकर्षक बनाए रखने के लिए यह आवश्य है कि त्वचा को धूप, धूल और मिट्टी से बचाए रखे, बाहर जाने से पहले किसी अच्छी किस्म का आयुर्वेदिक सनस्क्रीन लोशन का उपयोग करे.
२. जितना हो सके सौन्दर्य प्रसाधनों का कम से कम प्रयोग करें. यदि इनका प्रयोग करें भी तो इस बात को अवश्य ध्यान में रखे कि रात को सोने से पूर्व चेहरा अच्छी प्रकार से साफ़ कर लें.
३. शरीर में रक्त की मात्रा कम होने पर भी हमारी त्वचा की कांति कम होने लगती है इसीलिए समय समय पर रक्त की जांच करवाए यदि रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो तो अपने खान-पान पर पूरा ध्यान दें.
४. सम्भव हो तो बाहरी प्रसाधनों से ब्लीचिंग न करवाएं, इससे त्वचा सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणों के प्रति और अधिक संवेदनशील हो जाती है, जिससे त्वचा और अधिक भद्दी नजर आती है. आप ब्लीचिंग के लिए घरेलू प्रसाधनों का प्रयोग कर सकती है. यह बाहरी सौन्दर्य प्रसाधनों की अपेक्षा एक बेहतर विकल्प है.
५. अपनी दिनचर्या में सुधार लाए, नियमित रूप से व्यायाम आपके शरीर के साथ साथ आपकी त्वचा के लिए भी अच्छी होता है. भोजन में पर्याप्त मात्रा में फल, दालें, हरी सब्जियाँ आदि को शामिल करें.
६. पर्याप्त मात्रा में नींद लें. अपने आप को चिन्ता व परेशानियों से दूर रखें. यदि आप अंदर से खुश रहेंगी तो आपकी त्वचा खुद-ब-खुद खिल उठेगी.
७. सौन्दर्य के लिए फल और तरल पदार्थ, बिना नमक मिर्च वाले खाना जहाँ वरदान है वही जंक फ़ूड जैसे पिज़्ज़ा, बर्गर, चिप्स और डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ सेहत के साथ साथ हमारी सौन्दर्य को भी बिगाड़ते है. अतः जितना हो सके हमें जंक फ़ूड से दूर रहना चाहिए.
८. इसके अलावा सुंदर त्वचा के लिए जिंक भी बहुत फायदेमंद तत्व होता है यह मृत त्वचा को हटाकर नई त्वचा बनाने में मदद करता है.