Polluted City in UP, लखनऊ: दिवाली का जश्न तो उत्तर प्रदेश के लोगों ने खूब मनाया लेकिन इसके बाद तो प्रदूषण पीछे रह गया वो अब लोगों को परेशान करने वाला है. पटाखों का शोर और प्रदूषण पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए घातक बनता जा रहा है. उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में हवा जहरीली हो चुकी है. पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वी यूपी तक दिवाली के पटाखों ने कई जिले में वायु प्रदूषण का कहर लोगों पर बरपाया है. गाजियाबाद, नोएडा, मुरादाबाद से लेकर लखनऊ तक प्रदूषण का स्तर बढ़ता बेतहाशा बढ़ गया है. प्रयागराज और वाराणसी में प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी तक जा पहुंचा है.
दिवाली लखनऊ की हालत बुरी
पटाखों के धुएं से हवा में जहरीले तत्व घुल गए हैं जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. सांस लेने में कठिनाई व कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो रही हैं. हर साल यह समस्या दीवाली के बाद गंभीर हो जाती है. लखनऊ का वायु गुणवत्ता सूचकांक दीवाली के पहले ही (AQI) 168 तक जा पहुंचा जो मध्यम स्तर की गुणवत्ता को दिखाता है. वहीं जो कि दिवाली के बाद 174 हो गया. लखनऊ की हवा में फिलहाल धूल के कण और धुंध है जिसका स्तर पटाखे जलाए जाने के बाद बढ़ गया.
ठंड के मिश्रण से प्रदूषण का असर
उत्तर प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली से सटे गाजियाबाद, आगरा, बुलंदशहर, फतेहपुर सीकरी प्रमुख हैं, यहां पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के पार जा पहुंचा है. जो ‘अनहेल्दी’ की श्रेणी में आता है. मौसम में दिन में गर्मी के साथ ही रात में इस समय ठंड के मिश्रण से प्रदूषण का असर और भी खतरनाक हो सकता है. गाजियाबाद, के कई प्रमुख इलाकों में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंचा, यहां पर हवा में पीएम 2.5 की मात्रा बढ़ी जिससे सांस लेने में दिक्कत होने लगी.
गाजियाबाद का AQI
गाजियाबाद का AQI- 337
संजयनगर- 339 AQI · Very Poor
साहिबाबाद- 264 AQI · Poor
इदिरापुरम- 316 AQI · Very Poor
यूपी के अन्य जगहों पर AQI
नोएडा का AQI- 332
मेरठ का AQI- 326
आगरा का AQI- 160
हापुड़ का AQI- 312
कानपुर का AQI- 210
मुरादाबाद का AQI- 373
लखनऊ का AQI- 174
बुलंदशहर का AQI- 286
संभल का AQI- 384