Onion Price : देश के अलग-अलग मंडियों में प्याज की कीमत (Onion Price) बदलती रहती है. जिससे खुदरा प्याज की कीमतें भी प्रभावित होती हैं. प्याज की खेती में मुनाफा देखते हुए अब किसान पारंपरिक खेती कम करते हुए नकदी फसलों कि खेती ज्यादा कर रहे है. वहीं, कुछ फसलें ऐसी भी हैं जो किसानों को हमेशा के लिए मुनाफा देती हैं. इन फसलों की लिस्ट में प्याज भी शामिल है. प्याज की खेती करके किसान हर साल लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. लेकिन कुछ दिनों से किसानों को काफी घाटा हो रहा है.
प्याज के भाव छुएंगे आसमान
प्याज के दाम (Onion Price) एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. इन दिनों के थोक मूल्य में 10 रुपए प्रति शेल्फ और रिटेल भाव में करीब 20 रुपए की बढ़ोतरी दर्ज हुई है. आजादपुर सब्जी मंडी में मंगलवार को प्याज 40 से 45 रुपए प्रति किलो बिका तो बाजार में प्याज 70 रुपए किलो तक पहुंच गया. बिहार, महाराष्ट्र में हो रही बारिश से प्याज के दाम बढ़ने का कारण बताया जा रहा है. प्याज (Onion Price) के थोक विक्रेताओं के आने वाले दिनों में प्याज की कीमत और बढ़ोतरी की भी संभावना जताई जा रही है. आपको बता दें मंडी में प्याज का भाव 10 रुपए दर्ज किया गया है.
दक्षिण भारत में प्याज की आवक हुई खत्म
आजादपुर मंडी के व्यापारियों का कहना है कि महाराष्ट्र में पिछले कुछ समय से बारिश हो रही है और रास्ते बाधित हैं, इसका असर दिख रहा है. केंद्र सरकार के गोदामों से अभी भी कोई स्टाक बाहर नहीं निकाला जा रहा है. इस कारण कीमत नहीं गिर रही है. अगले साल नेफेड के गोदाम से प्याज निकलने के आसार हैं. इससे प्याज की कीमत (Onion Price) पर थोड़ा नियंत्रण हो सकता है. पंडरा के थोक व्यापारी मदन प्रसाद हर साल इस महीने में केरल से प्याज जाती थीं. ऐसे में आइए जानते हैं कि अभी बाजार में क्या बदलाव देखने को मिल रहा है और किसानों को किस तरह का नुकसान हो रहा है.
महाराष्ट्र में प्याज की कम फसल से हुई आवक कम
इसका मूल्य प्रमुख नियंत्रित स्वामित्व था. इस साल लगातार बारिश से किसान भी परेशान हैं. अगले एक हफ्ते तक कीमत में थोड़ी और बढ़ोतरी की उम्मीद है. नासिक, मध्य प्रदेश से प्याज लाने का प्रयास जारी है. उधर से प्याज मिल जाता है तो बाजार में प्याज्ज कि आवक तेज हो जाएगी. इसके बाद दामों में कमी आने कि सम्भावना है. जानकारी के मुताबिक, वहां प्याज की नई तैयारी हो रही है. लेकिन किसान लगातार बारिश के कारण इस फसल को नहीं भेज पा रहे हैं. इस कारण उत्तर भारत की सभी मंडियों में प्याज (Onion Price) की कमी हो गई है.
बारिश की वजह से प्याज की लागत कम
प्याज के भाव (Onion Price) का पूर्वानुमान में अभी ओर उछाल आ सकता है. पिछले दो वर्षों से ब्याज के दाम कम मिलने के कारण प्याज की खेती का रकबा भी कम हुआ. इसी कारण से मंडियों में प्याज की आवक में कमी आई और अब इनके भाव में स्थिरता का उछाल बना हुआ है. व्यापारियों का कहना है कि प्याज की नई फसल आने के बाद ही इसकी कीमत में गिरावट आने की उम्मीद है. अभी भी कीमत में तेजी का रुख़ बना हुआ है. किसान भाई महीने भर की स्थिति में मंडियों में अपना प्याज बेच सकते हैं.
केंद्र सरकार गोदाम से प्याज निकाले तो होंगे भाव कम
अन्य व्यापरियों का कहना है कि प्याज के दाम 58 से 60 रुपए के ऊपर नहीं जाने वाले हैं. इस साल मानसून में दक्षिण भारत में भारी बारिश हुई जिससे उत्तर भारत में प्याज काफी महंगा हो गया. वहीं झारखंड में प्याज (Onion Price) 50 रुपए से ऊपर, तो थोक में 40 से 45 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. जुलाई-अगस्त के महीने में झारखंड में केरल के कुन्नूर जिले से प्याज आता था, लेकिन इस साल वहां से इसकी आवक कम हो गई है.