पति-पत्नी में क्यों होता है तलाक? जानें क्या कहती है चाणक्य नीति!!

पति-पत्नी में क्यों होता है तलाक? जानें क्या कहती है चाणक्य नीति!!

Chanakya Niti About Divorce: चाणक्य की नीति देश ही नहीं, दुनिया में भी प्रसिद्ध है। चाणक्य नीति को जिसने भी अपने जीवन में उतारा, उसे अपने जीवन काल में कभी पछतावा नहीं हुआ। चाणक्य की नीति मनुष्य जीवन के विभिन्न पहलुओं पर है। आचार्य चाणक्य ने वैवाहिक जीवन को लेकर भी अपने विचार स्पष्ट किए हैं। चाणक्य ने नीति शास्त्र बताया है कि किन वजहों से पति-पत्नी के बीच तलाक की स्थित उत्पन्न होती है।

तलाक को लेकर क्या है चाणक्य नीति?

चाणक्य के मुताबिक जहां पति-पत्नी एक दूसरे को धोखा देते हैं। पति या पत्नी में से कोई, किसी बाहरी से संपर्क (निगेटिव सेंस में) बनाए रखते हैं तो ऐसे में दांपत्य जीवन में आपसी सामंजस्य नहीं बन पाता है। ऐसी स्थिति कई बार तलाक की स्थिति उत्पन्न करती है।

चाणक्य कहते हैं कि जो महिला अपने पति को नियंत्रण में नहीं रखती है, यह जानते हुए कि उसका पति किसी अन्य महिला के साथ संपर्क में है, तो ऐसे में वैवाहिक जीवन में दरार आना तय है। यह स्थिति पुरुष के लिए भी बराबर है।

चाणक्य नीति के मुताबिक जिस महिला को भौतिक सुख-संसाधनों के प्रति अत्यधिक लगाव हो, जो परिवार की जवाबदेही अच्छे से ना निभाती हो, परिवार में बड़े-बुजुर्ग और बच्चों की भावनाओं का ख्याल न रखती हो, उसका वैवाहिक जीवन कष्टों से भरा रहता है। ऐसे स्थिति से तलाक तक की नौबत आ जाती है।

शादी को लेकर चाणक्य की सलाह

वैसे तो हर मर्द चाहता है कि उसे सुंदर पत्नी मिले। हालांकि शादी को लेकर चाणक्य की सलाह है कि पुरुष को ऐसी लड़की से शादी नहीं करना चाहिए जिसका कुल-खानदान अच्छा न रहा हो। ऐसे में हर अविवाहित पुरुष को विवाह से पहले चाणक्य की इस सलाह पर विचार करना चाहिए।इसे भी जरूर पढ़ें –

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *