बिना वोटिंग स्पीकर चुने गए ओम बिरला
ओम बिरला को स्पीकर चुन लिया गया। इससे पहले लोकसभा स्पीकर पद को लेकर सत्ताधारी एनडीए ने ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया था। विपक्ष की ओर से के सुरेश को कैंडिडेट घोषित किया गया था। उन्होंने नामांकन भी किया। हालांकि, बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर ध्वनि मत से ओम बिरला के नाम पर मुहर लगी। पीएम मोदी ने ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा। जिसका समर्थन राजनाथ सिंह समेत एनडीए के सभी बड़े नेताओं ने किया। इसके बाद एनडीए सांसदों के सपोर्ट से ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष चुने गए।
पीएम मोदी ने ओम बिरला की जमकर की तारीफ
ओम बिरला को स्पीकर चुना जाना पहले से तय था। ऐसा इसलिए क्योंकि नंबर गेम में विपक्ष कम था और ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष चुन लिए गए। पीएम मोदी ने इस दौरान स्पीकर ओम बिरला की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अमृतकाल के अवसर पर दूसरी बार इस अहम पद पर होना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। आपके पास 5 साल का अनुभव है। हम सबका विश्वास है कि आप आने वाले 5 साल हम सबका मार्गदर्शन भी करेंगे और देश की आशा और इच्छा पूरी करने के लिए ये सदन आपका दायित्व निभाने में बहुत बड़ी भूमिका रहेगी। हमारे शास्त्रों में कहा गया है विनम्र और व्यवहार कुशल व्यक्ति सफल रहता है।
पीएम मोदी बोले- आप नए कीर्तिमान गढ़ते आए हैं
पीएम मोदी ने ओम बिरला को लेकर कहा कि आपको तो एक मीठी मुस्कान भी मिली हुई है आपकी ये मीठी मुस्कान इस सदन को भी अच्छा रखती है। आप नए प्रतिमान और कीर्तिमान गढ़ते आए हैं। 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार संभालना ये नया रिकॉर्ड बनते देख रहे हैं। बलराम जाखड़ जी वो पहले ऐसे अध्यक्ष थे जिन्होंने 5 साल कार्यकाल पूरा करके उनको दोबारा ऐसा करने का अवसर मिला था, फिर आप हैं जिसे 5 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा इसपर बैठने का अवसर मिला है। गत 20 साल का कालखंड ऐसा रहा है कि ज्यादातर स्पीकर चुनाव नहीं लड़े हैं या जीतकर नहीं आए हैं। लेकिन आप जीतकर आए हैं इसके लिए एक नया इतिहास आपने गढ़ा है।
स्पीकर ओम बिरला को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि इस सदन में ज्यादातर माननीय सांसद आपसे भी परिचत हैं और आपके जीवन से भी परिचित हैं। मैं एक सांसद के रूप में हम सभी सांसद के रूप में आप जिस प्रकार से एक सांसद के नाते काम करते हैं ये भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है। मुझे विश्वास है कि आपकी कार्यशाली बतौर सांसद हमारे पहले बार के सांसदों को जरूर प्रेरणा देगी। आपने अपने कार्यक्षेत्र में ‘स्वस्थ मां और स्वस्थ शिशु’ एक अभियान चलाया है और सुपोषित मां को अपने क्षेत्र में प्राथमिकता देकर किया है वो वाकई प्रेरक है।