पूर्णिया: एक शख्स अपनी बेटी के श्राद्ध कर्म के लिए तैयारी कर रहा था। पूरा घर गम में डूबा था। एक महीने पहले उनकी बेटी लापता हो गई थी। बाद में एक लाश मिली, पिता और घरवालों ने कपड़े देख कर पुलिस को बताया कि ये उनकी ही बेटी है। इसके बाद इलाके के लोग भी गमजदा हो गए। कुछ दिन पहले ही एक शव की पहचान उसके रूप में कर दी गई थी। लेकिन अचानक उसी मरी हुई बेटी ने पिता के मोबाइल पर फोन किया और कहा ‘पापा, हम जिंदा हैं, मरे नहीं हैं।’ पुलिस ने बताया कि मामला पूर्णिया के अकबरपुर थाना क्षेत्र का है। यहां की रहने वाली अंशु कुमारी एक महीने पहले अचानक रहस्यमय तरीके से गायब हो गई।
जब मृत बेटी ने फोन पर पिता को कहा- मैं जिंदा हूं
अंशु कुमारी करीब एक महीने पहले लापता हो गयी थी। परिवार ने उसकी काफी तलाश की लेकिन लड़की का पता नहीं चल सका। पिछले हफ्ते, पुलिस ने एक स्थानीय नहर से एक लड़की का शव बरामद किया था। इसके बाद अंशु के परिवार ने कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान उसके रूप में की थी। हालांकि उसका चेहरा पानी में डूबने के चलते इतना फूला गया था कि उसे पहचानना नामुमकिन जैसा ही था। पिता इतने सदमे में थे कि उन्होंने दाह संस्कार की रस्मों से अपने पैर खींच लिए थे। अंत में उसके दादा को श्राद्ध पूरा करने के लिए कहा गया।
प्रेमी के साथ भागी थी लड़की
इसी बीच अंशु ने अपने पिता बिनोद मंडल के मोबाइल फोन पर वीडियो कॉल किया। उसने बताया कि ‘पापा मैं अभी अभी जिंदा हूं।’ इसके बाद श्राद्ध की तैयारी कर रहे परिवार में नई जान आ गई। घर में मातम की जगह फिर से खुशियों ने ले ली। इसके बाद साहस जुटाते हुए अंशु ने अपने पिता को आगे बताया कि वास्तव में वो अपने प्रेमी से शादी करने के लिए उसके साथ भाग गई थी। फिलहाल वो पूर्णिया के ही बनमनखी ब्लॉक के जानकीनगर इलाके में अपने ससुराल में रह रही है। अकबरपुर के SHO सूरज प्रसाद ने बताया कि ‘जब मुझे घटना के बारे में पता चला, तो मैंने सच्चाई जानने के लिए लड़की के मोबाइल फोन पर वीडियो कॉल किया। उसने मुझे बताया कि वह अपने ससुराल वालों के साथ ठीक से है।’
जिसकी लाश मिली, उस लड़की के बारे में जानिए
अब सवाल ये कि आखिर वो लड़की कौन थी, जिसकी लाश मिली। अंतिम संस्कार की गई लड़की के संबंध में SHO ने कहा कि ‘उसकी पहचान अब साफ हो चुकी है। ये प्रेम प्रसंग में ही हत्या का मामला है। लड़की के घरवालों के घर छापा मारा गया था। लेकिन वो फरार हो चुके थे।’