बिहार के पूर्णिया में पत्रकार की पत्नी और बेटे के सुसाइड मामले में नया मोड़ आया है. अबतक कहा जा रहा था कि दोनों ने पारिवारिक कलह की वजह से जान दी है. लेकिन अब जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक पारिवारिक कलह नहीं बल्कि धोखेबाजी और कर्ज से परेशान होकर मां-बेटे ने मौत को गले लगाया. मौके से मिले सुसाइड नोट और बेटे परिजात के मोबाइल से ये राज खुला है. बताया जा रहा है कि पूर्णया के जाने माने पत्रकार स्वर्गीय अशोक मित्रा के बेटे परिजात का प्रिया नाम की लड़की से अफेयर था. प्रिया परिजात से पिता की बीमारी की बात कहकर पैंसे ऐंठ रही थी. इससे वह भारी कर्ज में डूब गया था. उसने लोगों से 20 लाख रुपए कर्ज लिए थे. ये कर्ज उसने अपनी मां और बहनोई के नाम पर उठाए थे.
परिजात की सोशल मीडिया पर प्रिया से दोस्ती हुई थी. वह प्रिया के बिछाए जाल में बुरी तरह फंस गया था. प्रिया उससे पिता के किडनी फेल्योर की झूठी कहानी बताकर पैंसे ऐंठ रही थी. हाल में भी उसने प्रिया को चार लाख रुपए भेजे थे. इधर कर्जदारों ने जब पैसे वापस करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया तो मां बेटे सुसाइड कर लिया.
कर्ज देने वालों से मां-बेटे की गुहार
पुलिस को मौके से दो सुसाइड नोट मिला है. परिजात की मां स्निग्धा मित्रा ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसकी मौत के लिए घर का कोई सदस्य जिम्मेवार नहीं है. वह धोखेदारी और कर्ज में डूबकर ये कदम उठाने के लिए मजबूर है. इसके साथ ही सुसाइट नोट में कर्ज देने वालों से बेटी और दमाद पर दबाव नहीं बनाने की गुजारिश की है. जबकि बेटे परिजात मित्रा ने भी धोखे और कर्ज की वजह से जान देने की बात लिखी है. इसके साथ ही उसने सुसाइड नोट में लिखा है- कर्ज और सुसाइड की असल वजह व्हाट्सएप चैट से खुलेगा. सुसाइड से पहले परिजात के फोन पर प्रिया नाम की लड़की के नंबर से 9 मिस्ड कॉल था.
मामले में सदर एसडीओ पुष्कर कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्ट्या मानला सुसाइड का प्रतीत हो रहा है. किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर पैसे ट्रांसफर कराए गए हैं. पैसे कैसे भेज गए थे और किसे भेजा गया है पुलिस मामले की जांच कर रही है.