इस प्रकृति का एक नियम है। जिसने जन्म लिया उसकी मृत्यु होना भी तय है। कई धर्मों का मानना है कि इंसान मौत के बाद फिर से जन्म लेता है। ऐसे में कई लोगों के मन में ये जिज्ञासा भी रहती है कि मरने के बाद अगले जन्म में वह क्या बनेगा। मतलब वह एक पुरुष होगा, महिला होगा या कोई जानवर का रूप लेगा। हिंदू धर्म की भाषा में कहे तो वह किस यौनि में जन्म लेगा।
इस जिज्ञासा को शांत करने के लिए कई धर्म-पुराणों में अलग-अलग बातें कही गई हैं। महापुराण गरुड़ पुराण भी इनमें से एक है। इसके अनुसार हर व्यक्ति के हर कर्म का लेखा-जोखा रखा जाता है। वह कैसा काम करता है, कितने पाप-पुण्य करता है इसी के आधार पर उसे मरने के बाद सजा और अगले जन्म की योनि मिलती है।
आप अगले जन्म में महिला बनेंगे या पुरुष ऐसे जाने
गरुड़ पुराण में इस बात का जिक्र पढ़ने को मिलता है कि आप मरने के बाद अगले जन्म में किस योनि में पैदा होंगे। आसान शब्दों में कहे तो आप इंसान बनेंगे या पशु या कीड़े-मकोड़े। यदि इंसान बने तो फिर महिला बनेंगे या पुरुष इसका जिक्र भी गरुड़ पुराण में किया गया है।
ऐसे लोग बनते हैं महिला
यदि आप कोई पुरुष हैं और किसी महिला की तरह व्यवहार करते हैं तो आपकी आत्मा अगले जन्म में महिला के शरीर में जन्म लेती है। मतलब जो पुरुष महिलाओं की तरह आचरण रखते हैं, उनकी तरह शौक पालते हैं या जिनके मन में कभी-कभी विचार आते हैं कि काश मैं महिला होता, तो वह अगेल जन्म में महिला ही पैदा होते हैं।
ये लोग बनते हैं पुरुष
इसी तरह जो महिलाएं पुरुषों की तरह व्यवहार करती है। जिनमें मर्दों वाला व्यक्तित्व होता है या जिन्हें मर्द बनने में अधिक दिलचस्पी होती है वह भी अगले जन्म में पुरुष के रूप में पैदा होते हैं।
भगवान के चरणों में स्थान के लिए ये करें
मरने से पहले यदि कोई पुरुष बार-बार किसी महिला का नाम लेता है तो वह अगले जन्म में महिला बन जाता है। इसी तरह महिला मरने से पहले पुरुष का नाम ले तो वह अगले जन्म में पुरुष बनती है। इसलिए कहा जाता है कि मरते समय भगवान का नाम लेना चाहिए ताकि आप जन्म-मरण के इस चक्र से मुक्ति पाकर सीधा भगवान के चरणों में स्थान पाए
पाप-पुण्य भी निभाते हैं अहम भूमिका
आप अगले जन्म में इंसान भी बनेंगे या नहीं इसका फैसला आपके वर्तमान जन्म के पाप-पुण्य तय करते हैं। यही आपको स्वर्ग या नर्क में स्थान भी दिलाते हैं।
ऐसे लोग बनते हैं जानवर
यदि कोई शख्स जानवरों की तरह व्यवहार करता है तो वह अगले जन्म में पशु योनि में जन्म लेता है। यहां जानवरों की तरह व्यवहार से तात्पर्य है वह चीजें खाना जो पशु खाते हैं या वैसा आचरण और व्यवहार रखना जैसे जानवरों का होता है। इसे भी जरूर पढ़ें –