पूनम को हर कीमत पर पाना चाहता था चंदन, मां-बहन के जेवर तक बेचे, इस डायरी ने खोले कई राज….

पूनम को हर कीमत पर पाना चाहता था चंदन, मां-बहन के जेवर तक बेचे, इस डायरी ने खोले कई राज….

चंदन और पूनम के बीच रिश्तों की कहानी बड़ी रोचक है। दीवाने चंदन ने शायद धन, दौलत, रिश्ते-नाते सब कुछ न्यौछावर करने की ठान ली थी और जब वह अपने मकसद में कामयाबी नहीं हुआ तो उसने शिक्षक, उसकी पत्नी और दो मासूम बेटियों को मौत की नींद सुला दिया।

पुलिसिया पड़ताल में कुछ ऐसे खुलासे हुए हैं, जिनसे पता चला कि चंदन ने आगाज से अंजाम तक पूनम को पाने की कोई कसर बाकी नहीं रखी। कुछ पुलिस सूत्रों से पता चला है कि चंदन व पूनम के रिश्ते बेपटरी हुए तो विवाद हुआ। रक्षा बंधन के दिन पूनम ने चंदन को थप्पड़ जड़ दिया था। उसके बाद जब चंदन ने धमकी दी तो उसके खिलाफ 18 अगस्त को मुकदमा लिखा दिया गया था। मुकदमें के बाद दोनों के बीच रिश्ते और तल्ख हो गए। इस पर भी चंदन ने पहले सुलह की कोशिश की, जब कामयाब नहीं हुआ तो उसने तीन पन्ने का एक प्रेम पत्र भी पूनम लिखा था।

कहा जा रहा है कि घटना के बाद पुलिस ने मृतक के किराए के घर से एक डायरी में रखे इस पत्र को बरामद किया है। सूत्रों के मुताबिक तीन पन्नों में से एक पन्ने में चंदन ने अपनी मोहब्बत की दुहाई देते हुए समझाने की कोशिश की थी। एक प्रेमी शब्दों के जरिए जितनी मनुहार कर सकता है, वह सब उसने लिखा था। साथ ही यह धमकी भी दी थी, कि यदि वह नहीं मानी तो दोनों के बीच की मोबाइल चैट वायरल कर देगा।

पानी की तरह पैसे बहाए

दो पन्नों में उसने चैट की डिटेल दी थी। लेकिन इससे भी कोई हल नहीं निकला था। सूत्रों का दावा है कि पूर्व में चंदन ने पूनम पर अपनी कमाई खूब लुटाई थी। चंदन ने अपनी मां और बहन तक के जेवर बेंच कर खर्च कर दिए थे। पूनम को लेकर उसने बड़े सपने देखते थे। यहां तक कहा जा रहा है कि चंदन ने पूनम के लिए अलग से कहीं मकान भी ले लिया था। अब पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने भी नाम न छापने की शर्त पर इन बातों की पुष्टि की है।

चंदन ने तीन बार की जान देने की कोशिश

पूरे मामले के बीच चंदन ने अब तक तीन बार अपनी जान गंवाने की कोशिश की, लेकिन हर बार वह बच गया। 18 अगस्त को मुकदमा होने के बाद पुलिस ने चंदन को पकड़ा था। शांतिभंग में पाबंद होने के बाद जब चंदन छूटा तो उसने आत्महत्या की कोशिश की। पहली दफा उसने रायबरेली के इंद्रनगर नहर में छलांग लगा कर जान देने का प्रयास किया। हालांकि आसपास मौजूद लोगों ने उसे बचा लिया। तब पुलिस भी पहुंची थी। इसके बाद उसने विषाक्त पदार्थ खा लिया था। जहरीला पदार्थ खाने के बाद भी वह बच गया। तीसरी बार उसने शिक्षक परिवार की हत्या करने के बाद खुद को भी गोली मार जान देने की कोशिश की थी, लेकिन कारतूस मिस होने के कारण वह बच गया था। गोली से खुदकुशी करने की कोशिश की बात पुलिस ने भी घटना के खुलासे के दौरान बताई थी।

20 सितंबर के बाद अहोरवा भवानी में चंदन की बढ़ गई थी आमद

वारदात अंजाम देने से पहले चंदन ने अहोरवा भवानी का कई बार रुख किया। सूत्रों के मुताबिक चंदन की 20 सितंबर के बाद से यहां आमद काफी बढ़ गई थी। वह कई बार शिवरतनगंज के अहोरवा भवानी कस्बे में आया। इस दौरान उसने घटना स्थल के आसपा, गली, मुहल्लों, दुकानों, रास्तों, आवागमन आदि की रेकी की थी।

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