पेरिस ओलंपिक में जो कुछ विनेश (Vinesh Phogat) के साथ हुआ उसे कभी नहीं भुलाया जा सकता, हालांकि अभी विनेश का केस जारी है और उम्मीद है कि उन्हें रजत पदक दिया जाएगा। लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला की चर्चा होने लगी है। दरअसल विनेश के लिए डॉक्टर पारदीवाला को नियुक्त किया गया था। सोशल मीडिया पर कई लोग डॉक्टर पारदीवाला पर सवाल खड़े कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने ही विनेश की डाइट का ध्यान नहीं रखा।
जिसकी वजह से एक अहम मुकाबले से पहले उनका वजन बढ़ गया और उन्हें प्रतियोगिता से ही बाहर होना पड़ा। लेकिन क्या डाइट की जिम्मेदारी भी एक डॉक्टर की है और क्या डॉक्टर ने ऐसा जानबूझ कर किया था ये कुछ ऐसै सवाल हैं जिनका जवाब तलाशना काफी अहम है। साथ ही आपको बता दें कि पारदीवाल वही डॉक्टर हैं जिन्होंने ऋषभ पंत समेत कई अन्य स्टार खिलाड़ियों का पूर्व में इलाज किया है।
मेडिकल टीम के बचाव में उतरीं पीटी उषा
भारतीय ओलंपिक संघ यानी की आईओए की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा है कि पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम भारवर्ग की फाइनल स्पर्धा से भारतीय पहलवान विनेश फोगट (Vinesh Phogat) को अयोग्य ठहराए जाने के लिए आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए।
इसके बजाय, उन्होंने पहलवान के कोच और सहयोगी स्टाफ को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। पीटी उषा ने स्पष्ट किया कि कुश्ती, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी, और जूडो जैसे खेलों में एथलीटों के वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी एथलीट और उनके कोच की होती है, न कि आईओए द्वारा नियुक्त चिकित्सा अधिकारी और उनकी टीम की।
अखिलेश ने आईओए के बयान पर उठाए सवाल
महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के बारे में भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (आईओए) के बयान पर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि एसोसिएशन का यह दावा कि खिलाड़ी के वजन और शारीरिक स्थिति की जिम्मेदारी केवल कोच और सपोर्ट टीम की होती है, निंदनीय है। बिना भाजपा का नाम लिए उन्होंने कहा कि यदि सियासी साजिश का ओलंपिक होता, तो आज के नेता बिना खेले ही जीत जाते।
अखिलेश यादव ने एसोसिएशन के बयान पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या इस बयान के माध्यम से एसोसिएशन कोच और सपोर्ट टीम को दोषी ठहरा रही है, जो खुद एसोसिएशन से जुड़े हुए हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि सपोर्ट टीम का चयन किसने किया और अगर जिम्मेदारी केवल कोच और सपोर्ट टीम की थी, तो फिर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भेजने की औपचारिकता क्यों पूरी की गई? जनता इस मुद्दे पर भी सवाल उठा रही है।
जिसके कंधों पर देश की ज़िम्मेदारी हो, कम-से-कम देश को उसकी ज़िम्मेदारी तो उठानी चाहिए।
महान योद्धा विनेश फोगाट के बारे में इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन का ये बयान निंदनीय है कि खिलाड़ी के वज़न और शरीर की ज़िम्मेदारी सिर्फ़ उसके अपने कोच और सपोर्ट टीम की होती है। क्या ऐसा कहकर इंडियन… pic.twitter.com/bAamYGuEhN
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 12, 2024
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