पति ने मां और बहन के साथ मिलकर दुल्हन की ज़िंदगी ससुराल में नरक बना दी. महिला को पेशाब पिलाया, लैट्रिन खिलाया, उल्टा करके मारा, चाय की पत्ती पिलाई. खाने के लिए बासी खाना तक भी नहीं दिया और न जाने कितने ऐसे दर्दनाक भरे टॉर्चर दिए.
ये रूह कंपा देने वाला मामला यूपी के वाराणसी का है.
7 साल पहले की थी लव मैरिज
दरअसल, पूरा मामला वाराणसी जिले के जैतपुर थाने के अंतर्गत आने वाले देलवरिया का है. सर्वाइवर अंजू पांडेय की शादी 7 साल पहले लहरतारा, नई बस्ती में रहने वाले संजय पांडे के साथ हुई थी. वाराणसी की रहने वाली अंजू पाण्डेय 7 साल पहले वाराणसी के ही रहने वाले संजय पाण्डेय से लव मैरिज की थी. शादी के बाद 6-7 महीने तक सबकुछ अच्छा चला, लेकिन उसके बाद शुरु हुआ ससुरालवालों का तांडव… हैवानियत के चरम पर जाकर ससुरालवालों ने अंजू को इतना टॉर्चर किया कि अब जिंदा लाश बन गई है.
पैसों की मांग के लिए प्रताड़ित करते ससुराल के लोग
अंजू ने ‘क्राइम तक’ को बताया कि उसने अपने पसंद से शादी की थी. जब ससुराल गई तो पति ने अच्छे से रखा. शादी के शुरुआती कुछ साल ठीक-ठाक थे, लेकिन उसके बाद संजय और उसका परिवार दहेज की मांग करने लगे. मांग पूरी न होने पर उसे घर में बंद करके प्रताड़ित करने लगे. उनका कहना है कि पति पहले खुद मारने लगा फिर अपने फैमिली के लोगों से मरवाना शुरु कर दिया.
पेशाब पिलाई… लैट्रिन तक खिलाया
अंजू बताती हैं कि हम पूरा काम करते थे, लेकिन खाने के लिए खाना नहीं मिलता था. बासी, सड़ा हुआ खाना सब खाने को तैयार थे, लेकिन ससुराल के लोग ये सब भी नहीं देते थे. वे बताती हैं कि उन पर गरम तेल फेंका गया… पेशाब पिलाई गई, लैट्रिन खिलाया गया… पानी मांगने पर पेशाब पिलाया जाता था.. गरम तेल से शरीर के हर जगह को जला दिया है.
नग्न करके उलटा लटकाया जाता था
अनपी दर्दनाक दास्तां बताते हुए अंजु ने कहा, कि मेरे कपड़े उतारकर तारों से मारा जाता था. बर्तन धुलने के दौरान भूख मारे जूठा खाती थी. पति नग्न करके उल्टा लटका देता था और अपनी बहनों से अपने सामने पिटवाता था. सभी गाना गा-गाकर मारते थे. चाकू को गर्म करके होठ को जला दिए.. उन्होंने बताया कि सात साल तक हम इसलिए चुप थे कि मेरे परिवार को ये लोग कुछ करें न.
मुंह पर तेजाब फेंकने के डर से भागी अंजू
बता दें कि अंजू दो बच्चों की मां हैं. लेकिन ससुराल के लोग बच्चों को मां से मिलने तक नहीं देते. मुंह पर तेजाब फेंकने की धमकी दी तो अंजू ने एक हफ्ते बाद ससुराल से भागने का प्लान बनाया. जिसके बाद किसी तरह आधी रात को भागकर पुलिस से रिपोर्ट दर्ज कराई. लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं.
बेटी की हालत देख मां नहीं पहचान पाई
अंजू की मां हेमा पाण्डेय का कहना है कि 7 बाद बच्ची का चेहरा देखा तो पहचान पाना मुश्किल हो गया. बेटी के दिमाग पर बुरा असर पड़ा है. बेटी सदमा में है. आंखे खोलकर सो रही है. वहीं अंजू का कहना है कि अबतक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है.