- आज हम आपको प्याज (Onion) के ऐसे फायदे बताएँगे जिन्हें आपने अभी तक कही नही पढ़े होंगे। वैसे तो प्याज पूरे भारत में पाया जाता है। प्याज सफेद और लाल के भेद से दो प्रकार का होता है। यह प्रकृति में गर्म और खुश्क है। प्याज एक उत्तेजक पदार्थ है इसलिए पाचन-सम्बंधी समस्त विकारों (बीमारी) में इसका प्रयोग किया जाता है।
- प्याज को लगभग प्रत्येक सब्जी, चपाती, चटनी, सांभर, सूप, सलाद और चाट तक में इस्तेमाल किया जाता है। प्याज के काटने पर प्याज से तेज गंध आती है। प्याज को सूंघने से बंद नाक खुल जाती है। प्याज कोलेस्ट्रॉल का ऑक्सीकरण करती है, जिसके परिणामस्वरूप कोलेस्ट्रॉल का स्तर घट जाता है। सुबह सोकर उठने पर कच्चे प्याज का 1 चम्मच रस लेना कोलेस्ट्राल का स्तर कम करने के लिए अच्छा रहता है। प्याज के फायदे के बारे में तो सभी जानते हैं लेकिन प्याज के छिलके के ये फायदे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
प्याज के छिलके के फायदे :
- गला खराब होने की स्थिति में प्याज के छिलकों को गर्म पानी में डालकर या उबालकर प्रयोग लाभकारी होगी। गले की समस्याओं में प्याज की यह अनोखी चाय बेहद फायदेमंद हो सकता है।
- प्याजके छिलकों में एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो शरीर को एलर्जी और सूजन से बचाता है। आप भोजन बनाते समय इन्हें धुलकर पकते हुए भोजन में डाल दें, बाद में निकाल लें। इससे आपका भोजन अधिक स्वास्थ्यवर्धक होगा।
- प्याज़के वो छिलके लें, जिनमें रस हो। फिर इन्हें हल्दी में मिलाकर अपने चेहरे पर लगाएं। ऐसा करने से चेहरे के दाग-धब्बे दूर हो सकते हैं और त्वचा खिल उठेगी।
- प्याज़के छिलके में क्वैरसेटीन नाम के फ्लेवोनोल की प्रचुर मात्रा में होती है, जो ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है और आर्टरीज़ को साफ करके, हार्ट अटैक आने की संभावना को घटा देता है।
- दजर्नल प्लांट फूड्स फॉर ह्यूमन न्यूट्रिशन में एक स्टडी के मुताबिक प्याज़ के छिलकों में फाइबर बहुत अधिक होता है और कई कम्पाउंड्स जैसे-फीनोलिक, फ्लेवोनोइड्स और क्वैरसेटीन जो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को इम्प्रूव करते हैं।
- प्याज़ के छिलके सूजन और कैंसर के रिस्क को कम करते हैं।
- यकीनन प्याज की चाय (Onion Tea) के बारे में शायद पहले नहीं सुना होगा लेकिन प्याज की चाय वजन कम (weight loss) करने के साथ डायबिटीज (Diabetes) को दूर करती है।
- प्याज की चाय प्याज के छिलके से बनती है। इसमें क्वेरसेटिन नाम का पिग्मेंट होता है जिसके कई सारे फायदे हैं। ये खून का थक्का बनने से रोकता है जिससे हाइपरटेंशन का खतरा कम होता है।
- इसके अलावा अगर नींद ना आने की समस्या से परेशान हैं तो प्याज की चाय बहुत फायदा करती है। इसे दिन में एक बार पिएं, फर्क दिखेगा।
- अध्ययन में ये पाया गया है कि प्याज कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोककर कोलोन कैंसर को ठीक करता है। 2011 के अध्ययन के अनुसार प्याज का छिलका ग्लूकोज रेसपोन्स को बेहतर करके इन्सूलिन बढ़ाकर टाइप-2 डाइबिटीज में राहत दिलाता है।
प्याज की चाय बनाने की विधि :
- प्याज की चाय बनाने के लिए पानी को उबालें और उसमें प्याज के थोड़े से छिलके डालें। उबले पानी में नींबू का रस और ग्रीन टी बैग डालें। पानी अच्छे से खौल जाए तो इसे छाने और शहद मिलाकर पिएं।
कृपया ध्यान रहे :
- ये चाय प्रेगनेंट महिला और दूध पिलाने वाली माँ को न दे।
प्याज (Onion) के 20 चमत्कारी फायदे :
- शरीर को शक्तिशाली बनाना : प्याज शहद और मिश्री को एक साथ मिलाकर खाने से पेट से सम्बंधित रोग खत्म हो जाते हैं और शरीर में ताकत की वृद्धि होती है।
- नशा उतारना : जो व्यक्ति नशे में होता है उस व्यक्ति को 1 प्याज का रस रोजाना पिलाने से उसका नशा उतर जाता है।
- जुकाम : 10-20 मिलीलीटर प्याज के रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार चाटने से नजला दूर हो जाता है।
- आंखों की रोशनी : प्याज के रस को शहद में मिलाकर आंखों में लगाने से आंखो की रोशनी तेज होती है।
- काले दाग : चेहरे के काले दागों पर प्याज का रस लगाने से दागों का कालापन दूर होता है और चेहरे की चमक बढ़ती है।
- नकसीर : नकसीर (नाक से खून आने पर) में प्याज का रस नाक में डालने से नाक और गले का संक्रमण ठीक हो करके नकसीर के रोग में लाभ पंहुचता है।
- अनिद्रा (नींद का कम आना) : कच्चा लाल प्याज या पकाये हुए प्याज को गर्म राख में पकाकर या इसका रस 4 चम्मच पीने से नींद अच्छी आती है।
- ऐंठन : ऐंठन होने और झटके लगने पर प्याज के गर्म-गर्म रस से पैर के तलुओं पर मालिश करने से आराम मिलता है।
- कुत्ते काटने पर : प्याज को पीसकर शहद में मिलाकर जानवर के द्वारा काटे हुए अंग (भाग) पर लगाने और प्याज का रस पिलाने से जहर दूर हो जाता है।
- मस्से : प्याज का रस लगाने से मस्से नष्ट हो जाते हैं।
- मिर्गी : रोजाना सुबह लगभग 72 मिलीलीटर प्याज का रस थोडा-सा पानी मिलाकर पीने से मिर्गी का दौरा बंद हो जाता है। ऐसा कम से कम 40 दिनों तक कर सकते हैं। मिर्गी के दौरे में प्याज का रस सूंघने से होश में आ जाता है।
- कान में दर्द : कान में दर्द, कान में पीव और कान में आवाज आना और बहरापन होने पर प्याज के रस को थोड़ा-सा गर्म करके उसकी 5-7 बूंदे कान में डालने से लाभ मिलता है।
- गंज (सिर पर कहीं से बाल उड़ जाने को गंज कहते हैं) : गंज वाले भाग पर प्याज का रस रगड़ने से बाल वापस उगने लगते हैं और बाल गिरने रुक जाते हैं।
- हिचकी : प्याज को काटकर और धोकर नमक डालकर रोगी को खिलाने से हिचकी रुक जाती है।
- कब्ज : कच्चा प्याज रोजाना भोजन के साथ खाने से कब्ज का रोग ठीक होता है। या प्याज के काढ़े को बनाकर रोज 40 मिलीलीटर दिन में 2-3 बार सेवन करने से लाभ होता है।
- पेट में कृमि (कीड़े) और अजीर्ण : 1 चम्मच प्याज के रस को हर 2-2 घंटे के बाद रोगी को पिलाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं और बदहजमी भी ठीक हो जाती है।
- अम्लपित्त (एसिडिटी) : 60 ग्राम सफेद प्याज के टुकड़ों को 30 ग्राम दही में मिलाकर रोजाना 3 बार खाने से कम से कम 7 दिनों तक सेवन करने से अम्लपित्त (एसिडिटी) के रोग में लाभ होता है।
- बिवाइयां (पैरों की एड़ियों का फटना) : कच्चा प्याज पीसकर एड़ियों पर बांधने से फटी एड़ियां ठीक हो जाती हैं।
- खूनी बवासीर : 100 मिलीलीटर प्याज के रस में 50 ग्राम शक्कर मिलाकर पीने से खूनी बवासीर के रोग में लाभ मिलता है।
- हाथ-पैरों की अकड़न : हाथ-पैरों का ऐंठन या अकड़न दूर करने के लिए प्याज का रस निकालकर गर्म करके गर्म-गर्म रस को पैरों के तलवों पर मालिश करने से अकड़न ठीक हो जाती है।