इटावा. इटावा जिले के बहादुरपुर गांव में 8 अक्टूबर को दो मासूम बहनों की हत्या कर दी थी. हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने छोटी बहनों की हत्या में मामले में बड़ी बहन को गिरफ्तार किया है. बड़ी बहन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. इटावा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक सत्यपाल सिंह की टीम ने दो मासूम सगी बहनों की हत्या का खुलासा किया है. बड़ी बहन की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपनी दो बहनों की हत्या के मामले में 19 वर्षीय बड़ी बहन को गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया फावड़ा और अन्य सामग्री भी बरामद की है. करीब 10 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद बड़ी बहन ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया. दोनों सगी बहनों की हत्या के बाद बड़ी बहन ने तमाम सबूत मिटाने की कोशिश की. अपने कपड़ों के साथ-साथ सबी सबूतों को मिटाने की भरसक कोशिश की गई, लेकिन पुलिस की गहन पूछताछ में आखिरकार बड़ी बहन टूट गई.
पूरा मामला इटावा जिले के बलरई इलाके के बहादुरपुर गांव का है. मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी जोन कानपुर प्रशांत कुमार और फोरेंसिक टीम ने मामले की छानबीन की थी. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सत्यपाल सिंह ने बताया कि मृतकों की 19 वर्षीय बड़ी बहन अंजली ने ही अपनी छोटी बहनों की फावड़े से हमला कर हत्या की थी. पुलिस पूछताछ में आरोपी युवती ने बताया कि दोनों बहनों ने उसे प्रेमी से मिलते हुए देख लिया था. इसकी शिकायत दोनों ने अपने माता-पिता से कर दी थी. गुस्से में आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया. इंटर पास बड़ी बहन ने फावड़े से दोनों बहनों की हत्या कर घर के अलग-अलग कमरों में लाश छुपा दी थी. दोनों सगी बहनों की हत्या के बाद आरोपी ने अपने कपड़े, फावड़ा आदि को धोकर छुपा दिया था. कानपुर से आई फॉरेंसिक टीम और इटावा की पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से साक्ष्य जुटाकर युवती को गिरफ्तार किया है.
घरवालों से प्रेमी की शिकायत करने पर की हत्या
पुलिस इस मामले में प्रभावी पैरवी करते हुए जल्द से जल्द आरोपी युवती को सजा दिलाने की कोशिश में लगी है. घर के भीतर ही स्कूली छात्राओं की हत्या आखिरकार किसने कर दी है. इस बात का सुराग लगाने में पुलिस की टीम जांच में जुटी रही, लेकिन फिलहाल पुलिस अभी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. वहीं पुलिस अधिकारियों का मानना था कि दो सगी बहनों की हत्या में परिवार का ही कोई नजदीकी या करीबी शामिल है. जांच के बाद हुआ भी कुछ ऐसा ही और कई चरणों में पुलिस अधिकारियों और फोरेंसिक टीम की गहन पूछताछ में बड़ी बहन ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया. असल में ऐसा कहा गया है कि बड़ी बहन का अपने प्रेमी से काफी मेल-मिलाप था, जिसकी जानकारी छोटी बहन को थी. उसने अपने माता-पिता को इस बात की जानकारी दे दी, जिसके बाद बड़ी बहन ने गुस्से में यह कदम उठाया. आरोपी बहन ने अपनी दोनों सगी छोटी बहनों की फावड़े से काट कर हत्या कर दी थी. दो सगी बहनों की हत्या की वारदात को लेकर कानपुर जोन आईजी प्रशांत कुमार सिंह ने जांच में प्रारंभिक तौर पर वारदात को घर के भीतर अंजाम देने की बात कही थी. उनका मानना था कि हत्यारोपी बाहर का नहीं बल्कि घर का ही व्यक्ति है.
घर पर अकेला पाकर की हत्या
दो मासूम सगी बहनों की हत्या उस समय की गई जब उनके माता-पिता खेत में चारा काटने के लिए गए हुए थे. हत्या की शिकार हुई दोनों बहनें 7 साल और 5 साल की थी, जिनका नाम रोशनी और शिल्पी था. हत्या शाम करीब 6 बजे की गई, जिसकी जानकारी पुलिस को 7:30 बजे के आसपास मिली. वहीं मामले में मासूम बेटियों के पिता जयवीर सिंह और उनकी मां सुशीला पूरी तरह से अंजान बने रहे हैं. उनका कहना था कि वह अपने खेत पर काम करने गए थे. वारदात के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. इटावा पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सत्यपाल सिंह ने बताया कि हत्या की बड़ी वारदात को अंजाम देने वाली बड़ी बहन ने अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया है. उसके कब्जे से फावड़ा, धुले हुए कपड़े, साबुन और बाल्टी आदि बरामद कर लिया है.
घरवालों ने आरोपी बेटी से बनाई दूरी
सत्यपाल सिंह ने कहा कि क्योंकि हत्या के संगीन मामले में पुलिस कानूनी तौर पर बड़ी बहन को हत्यारोपी मानकर उसके खिलाफ जल्द से जल्द आरोप पत्र दाखिल करेगी. अदालत से फास्ट ट्रैक कोर्ट में सजा करने की पहल की जाएगी. जैसे ही बड़ी बहन ने अपनी दोनों छोटी बहनों की हत्या के जुर्म को स्वीकार किया है. वहीं जुर्म कबूल करने के बाद आरोपी के पिता जयवीर ने हत्यारोपी बेटी से बात करना भी मुनासिब नहीं समझा है. इस हत्याकांड के खुलासे के बाद खून के रिश्तों में इस तरह के कदम उठाए जाने से हर कोई सख्ते में है.