Gold Rate (Budget 2024): वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार (23 जुलाई) मोदी सरकार का पहला आम बजट पेश कर दिया है। इस बजट में सोना-चांदी (Gold-Silver) को लेकर बड़ी घोषणा की गई है। जिसके बाद सोना और चांदी के दामों में बड़ी गिरावट हुई है। इसका असर ये देखने को मिला कि, निर्मला सीतारमण का बजट भाषण खत्म-खत्म होते सोने के भाव लगभग 4000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो गया है।
असल में बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोने और चांदी पर सीमा शुल्क (कस्टम ड्यूटी) में भारी कटौती की घोषणा की है। सोने और चांदी पर आयात शुल्क 15% से घटाकर 6% कर दिया है। इस कटौती से कीमतों में भारी गिरावट आई है, जिससे उपभोक्ताओं को लाभ हुआ है और बाजार में मांग बढ़ी है।
Gold Rate Today: क्या है सोने का लेटेस्ट रेट?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी 6% करते ही मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमतें 72,838 रुपये से गिरकर 68,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गईं, जिससे 4,000 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है।
MCX पर चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट देखी गई, जो 88,995 रुपये से गिरकर 84,275 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में, सोने की कीमतें 2,397.13 डॉलर प्रति के आसपास रहीं।
सोने के दामों में और भी हो सकती है गिरावट?
ऑगमोंट – गोल्ड फॉर ऑल के निदेशक सचिन कोठारी ने इस कटौती को बुलियन उद्योग के लिए सकारात्मक विकास बताया है। उन्होंने कहा, “कस्टम ड्यूटी में 15% से 6% की कटौती एक महत्वपूर्ण कदम है। जबकि 5% की कटौती की उम्मीद थी, लेकिन वास्तव में 9% की कटौती सराहनीय है। यह कमी उपभोक्ताओं को कम दर पर सोना खरीदने की अनुमति देती है, जिससे संभावित रूप से भौतिक मांग में वृद्धि होती है। MCX पर सोने की कीमतें 73,000 रुपये से गिरकर 69,000 रुपये पर आ गई हैं, और आगे गिरकर 67,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ सकती हैं।”
विघ्नहर्ता गोल्ड लिमिटेड के चेयरमैन महेंद्र लूनिया ने भी कस्टम ड्यूटी में कटौती के तत्काल प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “सीमा शुल्क में कमी ने बाजार को तेजी से प्रभावित किया है। हालांकि यह निवेशकों के लिए एक सकारात्मक कदम है, लेकिन चीन की कार्रवाइयों जैसे भू-राजनीतिक तनाव अभी भी सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं। उपभोक्ताओं के लिए, कीमतों में गिरावट अब निवेश करने का एक लाभदायक समय बनाती है, खासकर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसे डिजिटल विकल्पों में, जो कम लागत और 2.5% वार्षिक ब्याज प्रदान करते हैं।”