पटना: राष्ट्रीय जनता दल के स्थापना दिवस पर लालू प्रसाद यादव ने दावा किया है कि अगस्त में केंद्र की एनडीए सरकार गिर जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सरकार बैसाखियों के सहारे बनी है, इसलिए यह ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है। उन्होंने यहां तक दावा किया कि कुछ महीने बाद बिहार में मध्यावधि चुनाव होंगे। इसके बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार का गठन होगा।
लालू यादव का दावा
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं से अपील करना चाहूंगा कि वो आगामी चुनाव के लिए खुद को तैयार रखें। चुनाव कभी भी हो सकते हैं। केंद्र सरकार बहुत कमजोर है। उसकी नींव बहुत कमजोर है। इस सरकार का अपना कोई सिद्धांत नहीं है। सिद्धांत को ताक पर रखकर यह सरकार सत्ता में आई है। बहुत मुमकिन है कि अगस्त तक यह सरकार गिर जाएगी। वहीं, तेजस्वी यादव ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने हाल ही में बिहार में पुल हादसे को लेकर एनडीए सरकार पर निशाना साधा।
तेजस्वी यादव का बयान
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अब तक जितने भी पुल गिरे हैं, उसके उद्घाटन की तारीख, शिलान्यास और टेंडर जारी करने की तिथि सार्वजनिक कर दी जाए, सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। मोदी सरकार पांच साल तक नहीं चल पाएगी। यह बीच में ही गिर जाएगी। 2024 या 2025 में ही मध्यावधि चुनाव की स्थिति पैदा हो जाएगी। तेजस्वी ने दावा किया कि 10-12 सीटों पर राजद को जानबूझकर हराया गया। यही नहीं, भाजपा दबे-कुचले का विकास नहीं चाहती। यह एक आरक्षण विरोधी पार्टी है। आरक्षण खत्म कर यह पार्टी समाज के दबे कुचले लोगों के हितों पर कुठाराघात करना चाहती है। हमने आरक्षण की सीमा को 75 फीसद किया, लेकिन बीजेपी आरक्षण खत्म करना चाहती है।
आरजेडी का स्थापना दिवस समारोह
बता दें कि पटना स्थित आरजेडी दफ्तर पर पार्टी के 28 वां स्थापना दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें लालू प्रसाद यादव सहित पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता शामिल हुए। कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी यादव को मुकुट पहनाकर स्वागत किया। वहीं दूसरी ओर अभी हाल में दिल्ली से पटना पहुंचे जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा था कि बीजेपी से टकराव का सपना देखने वालों को निराशा हाथ लगेगी। बीजेपी और जेडीयू की ओर से लगातार तेजस्वी यादव पर हमला किया जा रहा है। नीतीश के करीबी मंत्री अशोक चौधरी सहित बाकी मंत्रियों ने कहा है कि तेजस्वी यादव के कार्यकाल के दौरान बने पुल ही गिरे हैं। पुल गिरने को लेकर बिहार में लगातार सियासत जारी है।