‘बादाम’ खाने का यह तरीका जान लिया तो शरीर में कभी कमजोरी नहीं आएगी

‘बादाम’ खाने का यह तरीका जान लिया तो शरीर में कभी कमजोरी नहीं आएगी
  • बादाम अपने असीम स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के लिए जाना जाता है। भीगे बादाम स्‍वादानुसार ही नहीं बल्कि स्‍वास्‍थ्‍य की दृष्टि से भी कच्‍चे बादाम से बहुत बेहतर बादाम अपने असीम स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के लिए जाना जाता है। भीगे बादाम स्‍वादानुसार ही नहीं बल्कि स्‍वास्‍थ्‍य की दृष्टि से भी कच्‍चे बादाम से बहुत बेहतर। आज हम आपको बादाम के गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं । 
  • आज के इस पोस्ट में हम आपको बादाम खाने का तरीका बताने वाले हैं। अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग कमजोरी जैसी समस्या का सामना करते हैं। यदि उन्हें सही समय पर बेहतर खानपान ना कराया जाए तो वह और भी ज्यादा कमजोर हो जाते हैं और इसीलिए आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले है। बादाम के उपयोग से शरीर में होने वाली कमजोरी को कैसे दूर किया जाए। तो फिर आइए जानते हैं विस्तार से…

भीगे हुए बादाम ही क्यों ?

  • बादाम अपने असीम स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के लिए जाना जाता है। और सबसे ज्‍यादा यह याद्दाश्‍त को बढ़ने में मदद के लिए जाना जाता है। बादाम आवश्‍यक विटामिन और मिनरल जैसे विटामिन ई, जिंक, कैल्शियम, मैग्नीशियम और ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर होता है। लेकिन इन सभी पोषक तत्‍वों को अवशोषित करने के लिए, बादाम को खाने से पहले रात भर पानी में भिगोना चाहिए। ऐसा इसलिए क्‍योंकि बादाम के भूरे रंग के छिलके में टनीन होता है जो पोषक तत्‍वों के अवशोषण को रोकता है। एक बाद बादाम को पानी में भिगोने से छिलका आसानी से उतर जाता है और नट्स को पोषक तत्‍वों को रिहा करने की अनुमति देता है।
  • भीगा हुआ बादाम पाचन में भी मदद करता है। यह लाइपेज नामक एंजाइम की विज्ञप्ति करता है जो वसा के पाचन के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा भीगे हुए बादाम आपके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अन्‍य कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता हैं।

बादाम के फायदे :

  1. रात के समय 6-7 बादाम पानी में डालकर रख दें और सुबह उनके छिलके उतारकर पांच छोटी इलायची के साथ पीसकर उसमें थोड़ी सी मिश्री मिला लें और पानी में मिलाकर पिएं। ऐसा करने से पेशाब में जलन की समस्या दूर होती है।
  2. 5 बादाम को रात के समय भिगो दें और सुबह उठकर उन्हें छीन ले। फिर उसमें मिश्री मिलाकर खाएं। ऐसा करने से सूखी खांसी में काफी फायदा होता है।
  3. 4-5 बादाम गिरी के छिलके उतारकर घी में भून लें और जब यह गिरी गुलाबी हो जाए तो उन्हें दूध में डालकर उबाल लें और चीनी मिलाकर सेवन कर। इस उपाय से गर्भावस्था में शारीरिक शक्ति मिलती है और श्वेत प्रदर रोग भी दूर होता है।
  4. 3-4 बादाम की गिरी पानी में डालकर छिलके उतारकर लहसुन की एक कली और मिश्री के साथ पीसकर बच्चों को दिन में दो तीन बार चटाने से काली खांसी का प्रकोप दूर होता है।
  5. जर्नल ऑफ न्‍यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्‍ययन के अनुसार, बादाम एक बहुत ही शक्तिशाली एंटीऑक्‍सीडेंट एजेंट हैं, जो एलडीएल कोलेस्‍ट्रॉल के ऑक्‍सीकरण को रोकने में मदद करता है। बादाम के ये गुण दिल को स्‍वस्‍थ रखने और पूरे हृदय प्रणाली को नुकसान और ऑक्सीडेटिव स्‍ट्रेस से बचाने में मदद करता है। अगर आप दिल की बीमारी के किसी भी रूप से पीड़ि‍त हैं तो स्‍वस्‍थ रहने के लिए अपने आहार में भीगे हुए बादाम को शामिल करें।

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